US और रूस में तनाव से शीतयुद्ध की तरफ बढ़ रही है दुनिया : संयुक्त राष्ट्र
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US और रूस में तनाव से शीतयुद्ध की तरफ बढ़ रही है दुनिया : संयुक्त राष्ट्र

रूसी डबल एजेंट को जहर देने के मामले में अमेरिका और रूस के बीच लगातार संबंध बिगड़ते जा रहे हैं. दोनों देशों के बीच उपजे तनाव से कोल्ड वार जैसे हालात पैदा हो गए हैं.

रूस और अमेरिका ने एकदूसरे के अधिकारियों को देश से बाहर निकालना शुरू कर दिया है

संयुक्त राष्ट्र : संयुक्त राष्ट्र प्रमुख ने कहा है कि वह अमेरिका और रूस के बीच तनाव के मद्देनजर दुनिया के शीतयुद्ध की याद दिलाने वाले दौर की ओर बढ़ने को लेकर वाकई बेहद चिंतित हैं. रूसी डबल एजेंट को जहर देने के मामले में अमेरिका और रूस के बीच बढ़ रहे लगातार तनाव को देखते हुए संयुक्त राष्ट्र प्रमुख ने यह बयान दिया है. इस मुद्दे पर पिछले दिनों अमेरिका से रूस के 60 राजनयिकों को देश से निकाल दिया था और रूस का वाणिज्य दूतावास बंद कर दिया था. रूस ने भी इस कार्रवाई का कड़ा जवाब देते हुए अपने देश से अमेरिका को 60 राजनयिकों को निकाल दिया है.

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अमेरिका से निष्कासित किए गए 60 लोगों में से 12 संयुक्त राष्ट्र में रूसी मिशन के खुफिया अधिकारी शामिल थे. उन पर अमेरिका में आवास के विशेषाधिकार का दुरुपयोग करने का आरोप है. 

नए दौर का शीतयुद्ध
संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुतारेस ने संयुक्त राष्ट्र में रूसी राजनयिकों को अमेरिका द्वारा निष्कासित किए जाने की घोषणा और नए दौर का शीतयुद्ध शुरू होने की संभावना के बारे में पूछे जाने पर कहा, ‘मैं वाकई बेहद चिंतित हूं. मेरा मानना है कि हम बहुत हद तक उसी तरह की स्थिति की ओर आ रहे हैं, जैसा शीत युद्ध के दौर में हमने जिया. हालांकि, दो बेहद महत्वपूर्ण अंतर हैं.’ गुतारेस ने कहा कि शीत युद्ध के दौर में दो महाशक्तियां थीं जिनका दुनिया के दो क्षेत्रों में हालात पर पूरा नियंत्रण था.

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उन्होंने कहा, ‘अब, हमारे पास कई अन्य देश हैं जो अपेक्षाकृत स्वतंत्र हैं और कई संघर्ष जो हम देख रहे हैं उसमें उनकी महत्वपूर्ण भूमिका है.’  उन्होंने कहा कि शीतयुद्ध के दौरान संचार और नियंत्रण के तंत्र थे ताकि घटनाओं को बढ़ने से रोक जा सके और इस बात को सुनिश्चित किया जा सके कि जब तनाव पैदा होगा तो चीजें नियंत्रण से बाहर नहीं जाएं. एंतोनियो गितारेस ने कहा कि लेकिन अब वो तंत्र नष्ट हो चुके हैं इसलिए यह एहतियात बरतने का समय है जब प्रभावी संचार और तनाव बढ़ने से रोकना सुनिश्चित करना जरूरी है. उन्होंने कहा, ‘मेरा मानना है कि उस तरह के तंत्र की एकबार फिर से आवश्यकता है.’

बिगड़ रहे हैं संबंध
रूस के इस कदम पर अमेरिका ने कहा कि उसके 60 राजनयिकों को निष्कासित करने और सेंट पीटर्सबर्ग में अमेरिकी वाणिज्य दूतावास को बंद करने का आदेश देने का रूस का फैसला इस बात का संकेत है कि द्विपक्षीय संबंध और बिगड़ रहे हैं. व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव सारा सैंडर्स ने कहा, ‘अमेरिकी राजनयिकों को निष्कासित करने की रूस की आज (30 मार्च) की कार्रवाई इस बात का संकेत देती है कि अमेरिका- रूस संबंध और बदतर हो रहे हैं.’
सैंडर्स ने कहा, ‘अमेरिका और 24 से अधिक देशों तथा नाटो सहयोगियों द्वारा इस सप्ताह रूस के अघोषित खुफिया अधिकारियों को निष्कासित करना ब्रिटेन की सरजमीं पर रूस के हमला का उचित जवाब था.’

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