नई दिल्ली : राज्यसभा ने गुरुवार को रिटायर हो रही माकपा नेता वृंदा करात सहित छह सदस्यों को भावभीनी विदाई दी जबकि इन सदस्यों ने भ्रष्टाचार और बढ़ती महंगाई के मुद्दे पर चिंता जताते हुए समाजसेवा के लिए सक्रिय रहने की प्रतिबद्धता जतायी. माकपा नेता सीताराम येचुरी और कांग्रेस नेता अहमद पटेल का भी कार्यकाल पूरा हो गया, लेकिन दोनों पुनर्निर्वाचित होकर सदन में आ गए हैं. रिटायर सदस्यों में वृंदा के अलावा माकपा के मोहम्मद अमीन, भाजपा के प्रवीण नाइक और सुरेंद्र मोतीलाल पटेल, तृणमूल कांग्रेस के एसएस बोस तथा आरएसपी के अवनी राय शामिल हैं.
सभापति मोहम्मद हामिद अंसारी ने रिटायर हो रहे सदस्यों के महत्वपूर्ण योगदान की चर्चा करते हुए उनके बेहतर भविष्य की कामना की. अमीन ने अपने विदाई भाषण में कहा कि देश के सामने महंगाई, बेरोजगारी और भ्रष्टाचार जैसी बड़ी समस्याएं हैं. इन समस्याओं से निपटने की जरूरत पर बल देते हुए उन्होंने कहा कि देश को पूंजीवाद के स्थान पर समाजवादी तरीका अपनाना चाहिए. वृंदा ने कहा कि उन्हें इस बात की खुशी है कि उनके कार्यकाल में ही महिला आरक्षण विधेयक राज्यसभा में पारित हुआ. उन्होंने कहा कि इस विधेयक को लोकसभा से शीघ्र पारित कराने का प्रयास किया जाना चाहिए.