Wheat Output News: गेहूं की बढ़ती कीमत में हो रही बढ़ोतरी को रोकने के ल‍िए प‍िछले द‍िनों भारतीय खाद्य निगम (FCI) ने खुले बाजार में ई-नीलामी के जरिये 48 एलएमटी से ज्‍यादा गेहूं को ओपन मार्केट में बेचा है. इससे बाजार में गेहूं की आवक बढ़ने से कीमत में स्‍थ‍िरता आई. अब साल 2023-24 में गेहूं का उत्‍पादन रिकॉर्ड लेवल पर पहुंचने का अनुमान जताया जा रहा है. इससे आने वाले समय में कीमत में नरमी बने रहने की संभावना है.


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बुवाई का अंतिम दौर चल रहा


खाद्य मंत्रालय के एक सीन‍ियर ऑफ‍िसर ने कहा कि बुवाई के ज्‍यादा रकबे और मौसम की स्थिति सामान्य रहने पर चालू फसल वर्ष 2023-24 में गेहूं का उत्पादन 11.4 करोड़ टन के नए रिकॉर्ड को छू सकता है. रबी (सर्दियों) की मुख्य फसल गेहूं की बुवाई का अंतिम चरण चल रहा है और अगले सप्ताह तक जारी रहेगा. सरकारी आंकड़ों के अनुसार, पिछले हफ्ते तक 320.54 लाख हेक्टेयर में गेहूं की बुवाई हुई थी. फसल वर्ष 2022-23 (जुलाई-जून) में गेहूं का उत्पादन रिकॉर्ड 11 करोड़ 0.5 लाख टन रहा, जबकि इसके पिछले वर्ष में 10 करोड़ 77 लाख टन का उत्पादन हुआ था.


उत्पादन 11.4 करोड़ टन होने की उम्‍मीद
भारतीय खाद्य निगम (FCI) के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक अशोक के मीना ने कहा, ‘हमें उम्मीद है कि इस साल गेहूं की खेती का कुल रकबा बढ़ेगा. अगर मौसम अनुकूल रहा तो उत्पादन 11.4 करोड़ टन होगा. इसके बारे में कृषि मंत्रालय ने हमें अनौपचारिक रूप से यही संकेत दिया है.’ गेहूं की फसल की बुवाई के रकबे में भी पिछले साल की तुलना में बढ़ोतरी देखी जा रही है. उन्होंने कहा कि कुछ राज्यों में एक प्रतिशत की कमी है लेकिन वह भी जनवरी के पहले हफ्ते में पूरा हो जाएगा.