मुंबई: महाराष्ट्र (Maharashtra) में सरकार गठन को लेकर शिवसेना (Shivsena) ने हाथ-पांव मारना भले ही तेज कर दिया है. लेकिन कांग्रेस और एनसीपी फूंक-फूंककर कदम उठा रहे हैं. एनसीपी सुप्रीमो शरद पवार (Sharad Pawar) के हर दिन बदलते सियासी बयान शिवसेना की सांसें बांध रहे हैं. उधर पवार के नए पैंतरों से कांग्रेस भी पसोपेश मे पड़ गई है. प्रदेश में शिवसेना के साथ सरकार गठन को लेकर छोटे सहयोगी दलों से चर्चा करने के बाद समाजवादी पार्टी ने पवार को अपनी तरफ से हरी झंडी दिखा दी है. महाराष्ट्र विधानसभा (Maharashtra Vidhan sabha) मे दों विधायकों वाली समाजवादी पार्टी के मुंबई अध्यक्ष अबू आजमी ने शर्तों के आधार पर शिवसेना के साथ सरकार बनाने पर पार्टी की रजामंदी जताई है.


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अबू आजमी ने मंगलवार को कहा कि शिवसेना हिंदुत्व के मुद्दों को दरकिनार कर कॉमन मिनिमम प्रोग्राम मानने की तैयारी करे तो हमें महाराष्ट्र में शिवसेना के साथ एनसीपी और कांग्रेस सरकार को समर्थन देने में एतराज नहीं है. हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि समाजवादी पार्टी के महाराष्ट्र सरकार में शामिल होने का आखिरी फैसला अखिलेश सिंह यादव से बातचीत के बाद ही लिया जायेगा.


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उधर, मंगलवार को फिर एकबार महाराष्ट्र कांग्रेस ने भी शिवसेना के साथ मिलकर सरकार गठन की दिशा मे बातचीत सकारात्मक दिशा में जारी रहने के संकेत दे दिए हैं. महाराष्ट्र कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष पूर्व मंत्री बालासाहेब थोराट ने कहा कि  प्रदेश में पूरे पांच साल सरकार चले इस दिशा में बातचीत हो रही है. लिहाज़ा थोड़ा वक्त लग रहा है. हर बात को ठीक से एनसीपी और कांग्रेस आपस में तय कर लेना चाहते हैं इसलिए वक्त तो लगेगा. उन्होंने कहा कि दिल्ली में बातचीत जारी है जल्द ही हल निकलेगा.