Holika Dahan Remedies: हमारे जीवन में घटने वाली घटनाओं के पीछे ग्रह-नक्षत्रों की चाल और उनका व्यवहार होता है. ग्रह-नक्षत्रों का गोचर व्यक्ति के जीवन पर शुभ और अशुभ फल प्रदान करता है. ऐसे में इन ग्रहों के अशुभ प्रभावों को कम करने के लिए ज्योतिष शास्त्र में कुछ उपायों के बारे में बताया गया है. कहते हैं कि ये उपाय किसी भी ग्रह के अशुभ प्रभावों को कम करने में बेहद मददगार साबित होते हैं. राहु-केतु को  पापी ग्रह माना जाता है और इनकी उग्र चाल कई राशि के जातकों के जीवन पर प्रभाव डालती है.


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ज्योतिष शास्त्र के अनुसार राहु-केतु को सबसे खतरनाक ग्रहों में से एक माना जाता है. इस साल होलिका दहन के मौके पर राहु उग्र होगा, जो कि व्यक्ति के जीवन पर नकारात्मक प्रभाव डालेगा.  राहु के उग्र प्रभाव से बचने के लिए इस साल होलिक दहन यानी 07 मार्च के दिन निम्न उपायों को किया जा सकता है.


होलाष्टक में होते हैं 8 ग्रह उग्र


ज्योतिष शास्त्र के अनुसार बता दें कि 27 फरवरी से होलाष्टक की शुरुआत हो चुकी है. इस दौरान सभी शुभ और मांगलिक कार्यों पर रोक लग जाती है. होलाष्टक होली के 8 दिन पहले से ही आरंभ होता है. बता दें कि होलाष्टक पाल्गुन पूर्णिमा यानी होलिक दहन के दिन तक माना जाता है. इस दौरान कुछ 8 ग्रह उग्र होते हैं, इसमें फाल्गुन पूर्णिमा में राहु ग्रह उग्र माना जाता है. इसे एक छाया ग्रह माना जाता है. जानें इसके दुष्प्रभावों के बारे में.


राहु के दुष्प्रभाव के कारण


- राहु के उग्र होने से व्यक्ति को चोरी और जुआ खेलने की लत लग जाती है.


- किसी भी जातक की कुंडली में राहु के उग्र होने पर व्यक्ति की भाषा पर लगाम नहीं रहता. इस स्थिति में व्यक्ति की वाद-विवाद की स्थिति पैदा हो जाती है.


- इतना ही नहीं, राहु के कारण व्यक्ति बुरी संगत में फंस जाता है.


- ज्योतिष शास्त्र के अनुसार राहु के प्रभाव से मानसिक बीमार, अवसाद जैसी चीजों का सामना करना पड़ता है.


- बता दें कि राहु के उग्र होने से व्यक्ति को चर्म रोग जैसी समस्याएं उत्पन्न होने लगती हैं.


राहु के दुष्प्रभाव से बचने के उपाय


- अगर कोई जातक राहु के उग्र होने से अशुभ फलों से परेशान हैं, तो वे पीपल के पेड़ के नीचे दीपक जलाएं.


- कहते हैं कि गणेश जी की पूजा करने से राहु का प्रभाव कम हो जाता है.


- इस दौरान राहु दोष निवारण मंत्र ॐ भ्रां भ्रीं भ्रौं स: राहवे नम: का जाप करने से भी लाभ होता है.


- राहु के प्रकोप से बचने के लिए शिव जी को सोमवार और शनिवार के दिन जल अर्पित करने से लाभ होता है.


- ज्योतिष शास्त्र के अनुसार राहु ग्रह को शांत करने के लिए 'ओम नम: शिवाय' मंत्र का जाप करें.


- मान्यता है कि राहु दोष से मुक्ति पाने के लिए 18 शनिवार का व्रत रखना चाहिए.


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(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)