Kaal Sarp Dosh se Mukti Paane ke Upay: कहते हैं कि अगर किसी की कुंडली में कालसर्प दोष लगा हो तो उसे कदम-कदम पर परेशानियों का सामना करना पड़ता है. वह जो भी काम शुरू करता है, वह पूरा नहीं हो पाता. सेहत से जुड़ी दिक्कतें झेलनी पड़ती है. अचानक दुर्घटना होने की आशंका बनी रहती है. ज्योतिष शास्त्रियों के मुताबिक इस कालसर्प दोष का निवारण नाग पंचमी पर किया जा सकता है. आइए जानते हैं कि इस बार नाग पंचमी कब है और इस दोष का निवारण कैसे किया जा सकता है.


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सावन में 2 बार आती है नागपंचमी


धार्मिक विद्वानों के मुताबिक सावन के महीने में 2 बार नाग पंचमी आती हैं. जिसमें कुंडली से कालसर्प दोष हटाया जा सकता है. इस साल 7 जुलाई यानी कि आज और 21 अगस्त को नागपंचमी पड़ रही हैं. आज कृष्ण पक्ष की नाग पंचमी है. आइए जानते हैं कि नाग पंचमी पर कौन से ज्योतिषीय उपाय करके कालसर्प दोष से मुक्ति पाई जा सकती है. 


नाग पंचमी पर कालसर्प दोष से मुक्ति के उपाय


कालसर्प दोष से मुक्ति (Kaal Sarp Dosh se Mukti Paane ke Upay) पाने के लिए नागपंचमी पर आप अपनी राशि के अनुसार गोमेद रत्न धारण कर सकते हैं. ऐसा करने से इस दोष का प्रभाव धीरे-धीरे खत्म हो जाता है. 


नाग पंचमी पर चांदी की बनी हुई नाग-नागिन के आकृति वाली अंगूठी पहनना काफी लाभप्रद होता है. ऐसा करने से कालसर्प दोष खत्म हो जाता है. 


ज्योतिष शास्त्र के मुताबिक नाग पंचमी के दिन आप अपने वजन के बराबर कोयले लेकर बहते हुए पानी में प्रवाहित कर दें. ऐसा करने से आपकी कुंडली मजबूत हो जाती है. 


नाग पंचमी पर श्री सर्प सूक्त का पाठ करना भी फायदेमंद माना जाता है. ऐसा करने से कालसर्प दोष का प्रभाव काफी हद तक खत्म हो जाता है.  


कुंडली में कैसे लगता है कालसर्प दोष?


धार्मिक विद्वानों के मुताबिक कुंडली में कालसर्प दोष (Kaal Sarp Dosh se Mukti Paane ke Upay) लगने की दो वजहें हैं. पहले ये जान लें कि केतु का अधिदेवता सर्प को माना गया है और राहु के अधिदेवता काल हैं. कहते हैं कि जब राहु और केतु के बीच में बाकी ग्रह आ जाते हैं तो कुंडली में कालसर्प दोष लग जाता है. इस तरह का दोष दूर करने के लिए खास उपायों का सहारा लेना पड़ता है, जो कि नागपंचमी को ही संभव होता है. 


(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)