Deepak Jalane Ke Niyam: हिंदू धर्म में किसी भी शुभ, मांगलिक कार्य और पूजा-पाठ के दौरान दीपक जलाने की परंपरा है. कहते हैं दीपक जलाना बहुत शुभ होता है. वहीं पितृ पक्ष में भी दीपक नाराज पितरों की नाराजगी दूर करता है. शास्त्रों में हर देवी-देवता के आगे अलग-अलग तरह से दीपक जलाने के बारे में बताया गया है. जैसे मां लक्ष्मी के सम्मुख घी का दीपक जलाया जाता है. हीं हनुमान जी के आशीर्वाद के लिए चमेली का तेल और शनि देव को सरसों के तेल के दीपक  से प्रसन्न किया जाता है. 


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कहते हैं कि नियमित रूप से दीपक या जोत लगाने से घर में सकारात्मक ऊर्जा का वास होता है. पितृ पक्ष में दीपक जलाना शुभ माना गया है. बता दें कि 28 सितंबर 2023 से पितृ पक्ष की शुरुआत हो रही है. ऐसे में अगर आप पितृ पक्ष के दौरान सही दिशा में दीपक जलाते हैं, तो इससे पितर प्रसन्न होते हैं और भक्तों पर कृपा बरसाते हैं. आइए जानें पितृ पक्ष के दौरान दीपक से जुड़े उपायों के बारे में. 


घर की इन जगहों पर जलाएं दीपक 


दक्षिण दिशा में जलाएं दीपक 


ज्योतिष शास्त्र के अनुसार अक्सर घरों में सुबह की पूजा के समय और संध्या काल में दीपक जरूर जलाया जाता है. लेकिन पितृ पक्ष के दौरान इस बात का ध्यान रखें कि दीपक रोजाना दक्षिण दिशा में जरूर जलाएं. इस दिशा में दीपक जलाना शुभ माना जाता है. शास्त्रों में इस दिशा को पितरों की दिशा मानी गई है. इस उपाय को करने से पितर प्रसन्न होते हैं और उनका आशीर्वाद मिलता है. 


इस दिशा में जलाएं घी का दीपक


ज्योतिष शास्त्र के अनुसार रोजाना घर के ईशान कोण (उत्तर और पूर्व के बीच की दिशा) में गाय के शुद्ध घी का दीपक जलाने से मां लक्ष्मी प्रसन्न होकर कृपा बरसाती हैं. इससे घर में व्यक्ति को कभी भी आर्थिक तंगी का सामना नहीं करना पड़ता. साथ ही, 15 दिन नियमित रूप से ऐसा करने से पितर प्रसन्न होकर वंशजों को मनोकामना पूर्ति का आशीर्वाद देते हैं. 


पीपल पर जलाएं दीया


शास्त्रों में कहा गया है कि पीपल के पेड़ में पितरों का वास होता है. ऐसे में पितृ पक्ष के दौरान नियमित रूप से पेड़ के पास दीपक जलाने से पितर प्रसन्न होते हैं. ऐसे में रोजाना पीपल के पेड़ में जल अर्पित करने और घी का दीपक जलाने से पितरों की कृपा प्राप्त होती है. साथ ही, पितर दोष से निजात मिलती है. 


रसोई घर में जलाएं दीपक


ज्योतिष शास्त्र के अनुसार कुछ ऐसे उपायों का जिक्र किया गया है, जो पितरों को प्रसन्न करने में मददगार होते हैं. पितृ पक्ष के दौरान किचन में पीने के पानी के पास नियमित रूप से दीपक जलाएं तो पितरों का आशीर्वाद प्राप्त होता है. साथ ही, मां लक्ष्मी और मां अन्नपूर्णा भी प्रसन्न होती हैं. 


घर के मुख्य द्वार पर जलाएं दीया


शास्त्रों में घर के मुख्य द्वार को बहुत ही शुभ माना गया है. कहते हैं कि नियमित रूप से सुबह और विशेषतौर पर शाम को घर के मुख्य द्वार पर सरसों के तेल का दीपक जलाने से घर में नकारात्मक ऊर्जा का वास नहीं होता. मां लक्ष्मी घर में वास करती हैं और धन-दौलत सुख की वर्षा होती है. 


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(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)