Ravivar ke Upay: ज्योतिष शास्त्र में सूर्य को ग्रहों का राजा कहा गया है. कहते हैं कि जिस व्यक्ति पर सूर्य देव (Surya Dev) की कृपा हो जाए, वह आजीवन खूब तरक्की हासिल करता है. सनातन धर्म में रविवार का दिन सूर्य देव की आराधना के लिए समर्पित माना गया है. कहते हैं कि इस दिन कुछ विशेष उपाय करने से श्रद्धालुओं पर सूर्य देव की कृपा बरसती है. वहीं कुछ ऐसे कार्य हैं, जिन्हें रविवार को भूलकर भी नहीं करना चाहिए. ऐसा करने से मनुष्य को अनेक कष्ट उठाने पड़ जाते हैं. 


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रविवार के नियम (Ravivar ke Niyam)


क्या रविवार को नमक नहीं खाना चाहिए? 


कई लोग कहते हैं कि रविवार (Ravivar ke Upay) को नमक नहीं खाना चाहिए. इस बात को कहने के पीछे की आखिर वजह क्या है. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार रविवार को नमक खाने से स्वास्थ्य पर खराब असर पड़ता है. ऐसा करने से व्यक्ति के हर कार्य में बाधा आने लगती है. यही नहीं इस शाम का भोजन सूर्यास्त से पहले कर लेना भी जरूरी माना जाता है. ऐसा न करने पर नुकसान उठाना पड़ता है. 


मांस मदिरा का न करें सेवन


रविवार (Ravivar ke Upay) के दिन मांस-मदिरा का सेवन बिल्कुल नहीं करना चाहिए. ऐसा करने से कुंडली में सूर्य (Surya Dev) की स्थिति कमजोर होती है और घर में नकारात्मक ऊर्जा का प्रवेश हो जाता है. जिससे न केवल धन-संपत्ति बर्बाद होने लगती है वरन अनेक रोग भी शरीर को लग जाते हैं. 


इन रंगों के कपड़े न पहनें


रविवार (Ravivar ke Upay) के दिन बाल कटवाना भी वर्जित माना गया है. मान्यता है कि ऐसा करने से सूर्य (Surya Dev) कमजोर हो जाते हैं. इस दिन काले, नीले, कत्थई या नीले रंग से मिलते-जुलते कपड़े पहनना भी अशुभ माना गया है. 


इन चीजों को न बेचें


धार्मिक विद्वानों के अनुसार रविवार (Ravivar ke Upay) को तांबे से बनी हुई या सूर्य देव (Surya Dev) से जुड़ी किसी भी चीज को बेचना नहीं चाहिए. इस तरह के कृत्य से अशुभ शक्तियां सक्रिय हो जाती हैं. यही नहीं, रविवार को वायव्य और पश्चिम दिशा में यात्रा भी नहीं करनी चाहिए. अगर इन दिशाओं में निकलना भी पड़े तो घर से घी या दलिया खाकर ही निकलना चाहिए. 


(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)