Shanii Ast in Kumbh: शनि देव को न्याय का देवता और कर्मफल दाता कहा गया है. वह अपनी दशा, महादशा, साढे़साती या ढैय्या के जरिए इंसान को उनको कर्मों के अनुसार फल प्रदान करते हैं. शनि ने 17 जनवरी 2023 को अपनी राशि कुंभ में 30 साल बाद गोचर किया था. वह अब 31 जनवरी को कुंभ राशि में ही अस्त हो गए हैं. वह यहां 5 मार्च तक इसी अवस्था में रहेंगे. ज्योतिष शास्त्र में, जब भी कोई ग्रह अस्त होता है तो इसे अशुभ माना जाता है. ऐसे में कुछ राशियों के लिए शनि का अस्त होना बेहद अनर्थकारी रहने वाला है.


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मेष 


शनि देव मेष राशि के कुंडली के ग्यारहवें घर में अस्त हुए हैं. इसका असर इस राशि के जातकों के करियर, शिक्षा पर पड़ेगा. इन क्षेत्रों में इस राशि के लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ेगा. किसी भी जगह पैसा निवेश करने जा रहे हैं तो सावधान रहें और शनि के उदय होने का इंतजार करें.


वृषभ 


शनि के अस्त होने से वृषभ राशि के जातकों के लिए आर्थिक समस्याएं पैदा होंगी. माता-पिता का स्वास्थ्य को खराब होने की आशंका है. इस दौरान जो भी कार्य मेहतन से करेंगे, उसका पूर्ण फल प्राप्त नहीं होगा.


मिथुन 


शनि देव मिथुन राशि के स्वामी माने जाते हैं. वह इस राशि के जातकों की कुंडली में नवें घर में अस्त हुए हैं. इस दौरान किस्मत का साथ नहीं मिलेगा. दुर्भाग्य का सामना करना पड़ेगा. अशुभ समाचारों की प्राप्ति हो सकती है. किसी भी तरह की बीमारी को नजरअंदाज न करें.


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(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)