Lal Rang ka Tilak: सनातन धर्म में तिलक लगाने का काफी महत्व है. कोई भी पूजा-पाठ या धार्मिक आयोजन हो, तिलक जरूर लगाते हैं. इसे शुभता का प्रतीक माना गया है. ऐसा माना गया है कि तिलक लगाने से सकारात्मकता आती है और इंसान के मन में पॉजीटिव विचारों का संचार होता है. कई लोग पीले रंग का चंदन का तिलक लगाते हैं तो कई लाल रंग का. हालांकि, ज्योतिष शास्त्र के अनुसार कुछ राशि वालों के लिए लाल रंग का तिलक लगाना गलत माना गया है. ऐसा माना जाता है कि लाल रंग का तिलक लगाने से इन राशि के जातकों का सौभाग्य चले जाता है.


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मंगल ग्रह से है संबंध


ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, जिस तरह के हर राशि का संबंध किसी न किसी ग्रह से होता है. वैसे ही हर रंग भी कुंडली से संबंधित किसी न किसी ग्रह से होता है. लाल रंग की बात करें तो इसका संबंध मंगल ग्रह से माना जाता है. मंगल ग्रह को मेष और वृश्चिक राशि का स्वामी माना गया है. 


मानव जीवन पर असर


कुंडली में ग्रहों की स्थिति का मानव जीवन पर सीधा प्रभाव पड़ता है. ग्रहों की स्थिति खराब हो तो इंसान को काफी कष्टों का सामना करना पड़ता है. वहीं, ग्रहों की स्थिति मजबूत होने पर कई तरह के सकारात्मक परिणाम देखने को मिलते हैं.


क्रोध का प्रतीक


जैसा ही बताया गया है कि लाल रंग का संबंध मंगल ग्रह से होता है. लाल रंग को गुस्से और उत्तेजना का प्रतीक माना गया है. हालांकि, मेष और वृश्चिक राशि वालों के लिए लाल रंग शुभ माना जाता है, क्योंकि मंगल दोनों राशियों के स्वामी हैं. वहीं, अगर दोनों राशियों के कुंडली में नीच या कमजोर स्थिति में हों तो यह रंग शुभ नहीं होता है. इससे क्रोध और उत्तेजना में वृद्धि होती है, जिससे कई काम बिगड़ सकते हैं.


शनि और मंगल ग्रह


ऐसे में अगर मेष और वृश्चिक राशि के जातकों की कुंडली में मंगल ग्रह खराब स्थिति में हो तो लाल रंग का तिलक लगाने से बचना चाहिए. वहीं, मकर और कुंभ राशि के जातकों को भी लाल रंग का तिलक नहीं लगाना चाहिए, क्योंकि इन दोनों राशियों के स्वामी शनिदेव माने जाते हैं और मंगल और शनि में शत्रुता का भाव होता है.


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(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)