Accident in Mumbai:a एयरबैग हर कार में देना अनिवार्य है, ना सिर्फ ड्राइवर बल्कि पैसेंजर्स के लिए भी एयरबैग जरूरी रूप से वाहनों में दिया जाता है. दुर्घटना के दौरान गंभीर चोटों से बचाने के के लिए इसका इस्तेमाल किया जाता है. हालांकि अगर उचित सड़क सुरक्षा सावधानियाँ नहीं बरती जाती हैं, तो यह खतरा भी बन सकता है. मुंबई के पास वाशी में एक सड़क दुर्घटना में 6 वर्षीय बच्चे की मौत के से एक ऐसा मामला है जो कई भारतीयों में सड़क सुरक्षा जागरूकता की कमी को दिखाता है. दरअसल ये बच्चा एक हैचबैक कर में बैठा हुआ था और कार की स्पीड भी ज्यादा नहीं थी. इस एक्सीडेंट में खुले एयरबैग की वजह से बच्चे की मौत हो गई. 


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यह घटना 21 दिसंबर को हुई जब बच्चा जिस मारुति वैगनआर में यात्रा कर रहा था, वह एमजी एस्टर एसयूवी से टकरा गई. पुलिस के अनुसार, हैचबैक को एस्टर एसयूवी के पिछले हिस्से ने टक्कर मार दी थी, क्योंकि वह सड़क पर डिवाइडर से टकरा गई थी. टक्कर के कारण हैचबैक के अंदर एयरबैग खुल गए. बच्चे को अस्पताल ले जाया गया, लेकिन इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई. डॉक्टरों ने कहा कि बच्चे के शरीर पर कोई चोट के निशान नहीं थे. बताया जा रहा है कि पॉलीट्रॉमा शॉक के कारण उसकी मौत हुई है.


क्या होता है एयरबैग 


ज्यादातर लोगों को लगता है कि एक्सीडेंट के दौरान जब कार का एयरबैग खुलता है तो ये नरम, मुलायम गद्दे की तरह होता होगा, जबकि ऐसा नहीं है. दरअसल एक कंट्रोल्ड ब्लास्ट के साथ ये एयरबैग 320 किमी प्रति घंटे की गति से फैलते हैं. ये स्पीड पलक झपकने की स्पीड से भी कहीं ज्यादा होती है. एक अडल्ट के लिए, एयरबैग के प्रभाव को झेलना मुश्किल हो सकता है, कई बार तो उन्हें चोट भी लग जाती है. ऐसे में एक बच्चे के लिए यह जानलेवा हो सकता है, जैसा कि शनिवार रात मुंबई के वाशी में हुआ.


किस मटीरियल का बना होता है एयरबैग 


एयरबैग मुख्य रूप से नायलॉन या पॉलिएस्टर जैसे मजबूत और लचीले मटीरियल से बनाए जाते हैं. ये मटीरियल एक्सीडेंट के दौरान तेजी से फूलकर ड्राइवर और पैसेंजर्स को चोट से बचाने में अहम भूमिका निभाते हैं. नायलॉन एक सिंथेटिक फाइबर है जो हल्का, टिकाऊ और लचीला होता है. यह एयरबैग को तेजी से फूलने और सिकुड़ने में मदद करता है. पॉलिएस्टर भी एक सिंथेटिक फाइबर है जो नायलॉन की तरह ही हल्का और टिकाऊ होता है. यह गर्मी और रसायनों के प्रति प्रतिरोधी होता है.


क्या हुआ था 


6 साल के हर्ष अरेथिया अपने पिता की कार की फ्रंट सीट पर बैठा था. तभी कम स्पीड में कार में लगी टक्कर की वजह से एयरबैग खुल जाते हैं, जिससे अन्य लोगों को तो किसी तरह का कोई नुकसान नहीं हुआ लेकिन हर्ष की मौत हो गई है. हर्ष को कोई बाहरी चोट नहीं लगी थी और हो सकता है कि एयरबैग के प्रभाव के कारण सदमे और रक्तस्राव से उसकी मौत हुई हो.