Apple Self-Driving Car Testing: एप्पल (Apple) ने अपनी सेल्फ-ड्राइविंग कार की टेस्टिंग तेज कर दी है. इसने दिसंबर 2022 से नवंबर 2023 तक अमेरिका में 450,000 मील से ज्यादा की ऑटोनॉमस ड्राइविंग की है. वायर्ड की रिपोर्ट के अनुसार, ऐप्पल ने कैलिफोर्निया मोटर व्हीकल डिपार्टमेंट (DMV) को डेटा पेश किया, जिससे पता चला है कि उसने अपनी ऑटोनॉमस कार की पिछले साल से कहीं अधिक टेस्टिंग की है. यानी, ऐप्पल का सेल्फ-ड्राइविंग कार प्रोजेक्ट अब स्पीड-अप हो रहा है.


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पहले रिपोर्ट्स में दावा किया गया था कि एप्पल ने सेल्फ-ड्राइविंग इलेक्ट्रिक कार बनाने की अपनी महत्वाकांक्षाओं को कम कर दिया है. लेकिन, नए डॉक्यूमेंट्स से पता चलता है कि कंपनी अभी भी अपनी सेल्फ-ड्राइविंग कार की टेस्टिंग कर रही है. बता दें कि ऐप्पल के पास कैलिफोर्निया की पब्लिक रोड्स पर ऑटोनॉमस व्हीकल टेक की टेस्टिंग करने की अनुमति है लेकिन इसके लिए कंपनी के पास गाड़ी चलाने वाला कोई सेफ्टी ड्राइवर होना चाहिए.


इस बीच, गूगल के वेमो ने कैलिफोर्निया में सेफ्टी ड्राइवर के साथ 3.7 मिलियन मील टेस्टिंग दूरी और बिना ड्राइवर के 1.2 मिलियन मील टेस्टिंग दूरी तय कर ली है. रिपोर्ट में कहा गया, कंपनी ने कार में पैसेंजर्स के साथ 1.6 मिलियन से ज्यादा मील की एडिशनल दूरी तय की है.


ऐसी रिपोर्ट्स हैं कि एप्पल ने "एप्पल कार" के 2026 लॉन्च को स्थगित कर दिया है. यह एक इलेक्ट्रिक कार होगी, जिसकी कीमत कथित तौर पर 100,000 डॉलर से कम होने की उम्मीद है. कंपनी अभी भी व्हीकल के डिजाइन पर काम कर रही है. एप्पल ने सीटों और सस्पेंशन जैसे राइडिंग कंफर्ट से संबंधित सॉफ्टवेयर और हार्डवेयर में कई नए पेटेंट भी दायर किए हैं.


आईफोन बनाने वाली कंपनी ऐप्पल कथित तौर पर व्हीकल-टू-एवरीथिंग (वी2एक्स) टेक्नोलॉजी पर भी काम कर रही है, जो कारों को एक-दूसरे के साथ कम्युनिकेट करने और इंटरनेट ऑफ थिंग्स (आईओटी) से जुड़ने में सक्षम बना सकती है.


(इनपुट- आईएएनएस)