Bike Servicing: बाइक की टाइमली सर्विसिंग से इंजन और अन्य मैकेनिकल पार्ट्स स्मूदली चलते हैं. इससे बाइक का प्रदर्शन बेहतर होता है और माइलेज भी बढ़ता है. engine oil और air filter जैसी चीजों को समय पर बदलने से इंजन को बेहतर तरीके से ठंडा रखने और हवा को साफ करने में मदद मिलती है, जिससे इंजन की परफॉर्मेंस और माइलेज में सुधार हो सकता है, साथ ही इससे छोटी-मोटी खराबियों को समय पर पकड़ा जा सकता है, जिससे बड़ी खराबी और महंगे मरम्मत से बचा जा सकता है. अगर आप अब तक ये नहीं जानते हैं कि बाइक की सर्विसिंग कब करवानी चाहिए तो आज हम आपको इसके बारे में विस्तार से बताने जा रहे हैं. 


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यह इस बात पर निर्भर करता है कि आप अपनी बाइक का कितना इस्तेमाल करते हैं और किस तरह के रास्तों पर चलते हैं.


सामान्य तौर पर:


नई बाइक:


पहले 500 किलोमीटर के बाद
फिर 1000 किलोमीटर के बाद
और उसके बाद हर 3000 किलोमीटर पर सर्विसिंग करवाना चाहिए.


पुरानी बाइक:


हर 2000-2500 किलोमीटर पर सर्विसिंग करवाना चाहिए.


अगर आप रोजाना बाइक चलाते हैं:
तो हर 1500-2000 किलोमीटर पर सर्विसिंग करवाना चाहिए.


अगर आप कम चलते हैं:


तो हर 3-4 महीने में सर्विसिंग करवाना चाहिए.


इन बातों का भी ध्यान रखें:


बारिश या धूल भरे मौसम में:


बाइक की सर्विसिंग जल्दी करवाना चाहिए.


अगर आप बाइक को लंबी दूरी की यात्रा पर ले जा रहे हैं:


तो यात्रा से पहले जरूर सर्विसिंग करवा लें.


अगर आपकी बाइक में कोई खराबी आती है:


तो तुरंत सर्विसिंग करवाना चाहिए.


सही सर्विसिंग का तरीका:


अधिकृत सर्विस सेंटर पर जाएं:


जहां आपके बाइक मॉडल के लिए स्पेयर पार्ट्स और कुशल मैकेनिक उपलब्ध हों.


सर्विसिंग मैनुअल पढ़ें:


और मैकेनिक को बताएं कि आपकी बाइक में कौन-कौन से काम करने हैं.


मैकेनिक से सवाल पूछें:


और समझ लें कि वे क्या काम कर रहे हैं.


सर्विसिंग के बाद बिल जरूर लें:


और उसमें किए गए कामों की सूची देखें.


सही सर्विसिंग से:


बाइक का इंजन लंबे समय तक अच्छा चलता है.
बाइक का माइलेज बढ़ता है.
बाइक प्रदर्शन बेहतर होता है.
बाइक में खराबी आने की संभावना कम होती है.
इसलिए, अपनी बाइक की नियमित रूप से और सही तरीके से सर्विसिंग करवाना न भूलें.