How To Choose Right Car Insurance Policy: सड़क पर चल रही हर कार का इंश्योरेंस होना अनिवार्य है. फिर इंश्योरेंस चाहे थर्ड पार्टी हो या फिर कॉम्पिहेंसिव हो. अगर किसी कार का इंश्योरेंस नहीं होगा तो उसका चालान कट सकता है. तो चलिए आपको बताते हैं कि अच्छी कार इंश्योरेंस पॉलिसी लेने के दौरान किन-किन बातों का ध्यान रखें.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

कार इंश्योरेंस पॉलिसी लेते समय इन बातों का ध्यान रखें
पॉलिसी की कवरेज: कार इंश्योरेंस पॉलिसी आपको क्या-क्या कवर करती है, यह जानना महत्वपूर्ण है. सुनिश्चित करें कि पॉलिसी आपकी कार के नुकसान, चोरी और अन्य जोखिमों को कवर करती है.


आईडीवी वैल्यू: IDV (Insured Declared Value), यह बीमा की नजर में आपकी कार की मौजूदा कीमत होती है. कार की मौजूदा कीमत को बीमा कंपनी IDV के रूप में दर्ज करती है.


एड-ऑन: इंश्योरेंस पॉलिसी के साथ कई तरह के एड-ऑन ऑफर किए जाते हैं, उनमें से अपनी जरूरत के एड-ऑन देखकर पॉलिसी में जोड़ सकते हैं. हालांकि, उनसे प्रीमियम बढ़ जाता है.


पॉलिसी की शर्तें व नियम: कार इंश्योरेंस पॉलिसी की शर्तों और नियमों को ध्यान से पढ़ें. पॉलिसी की शर्तों और नियमों से सहमत हों, तभी उसे लें. हालांकि, कुछ शर्तें और नियम सभी पॉलिसी के लिए समान होते हैं. 


पॉलिसी प्रीमियम कंपेयर करें: जो कार इंश्योरेंस पॉलिसी आप ले रहे हैं, उसका प्रीमियम बाकी पॉलिसी से कंपेयर करें क्योंकि कंपनियों के आधार पर प्रीमियम भिन्न हो सकते हैं. सुनिश्चित करें कि आप उचित प्रीमियम दे रहे हों.


बीमाकर्ता की हिस्ट्री: सुनिश्चित करें कि बीमाकर्ता कंपनी विश्वसनीय हो और दावों को जल्दी से निपटाती हो. इसके लिए आप उसका क्लेम सेटलमेंट रेशियो चेक करें, यह अच्छा होना चाहिए.


ड्राइविंग हिस्ट्री: अगर आपकी ड्राइविंग हिस्ट्री अच्छी है, तो आपको कम कार इंश्योरेंस प्रीमियम देना होगा. अगर आपके पहले कोई इंश्योरेंस क्लेम लिया होगा तो प्रीमियम बढ़ जाएगा.


यह भी पढ़ें-
Tata Nexon EV नहीं पसंद तो ये Electric SUV देखें, 456KM की मिलेगी रेंज; कीमत बस इतनी
Hyundai Exter खरीदें या Maruti Fronx? जानें कीमत, फीचर्स और स्पेसिफिकेशन्स