Indian Auto Parts Industry पटरी पर लौटी, बीते वित्त वर्ष में किया रिकॉर्ड कारोबार
Indian Auto Parts Industry: कोरोना वायरस आने से वाहन उद्योग और वाहन कलपुर्जा उद्योग पर बुरा प्रभाव पड़ा था लेकिन अब उद्योग रफ्तार से दौड़ने लगे हैं. घरेलू वाहन कलपुर्जा उद्योग (Indian Auto Parts Industry) ने वित्त वर्ष 2022-23 में अबतक का सर्वाधिक कारोबार किया है.
Auto Parts Industry Turnover: कोरोना वायरस आने से वाहन उद्योग और वाहन कलपुर्जा उद्योग पर बुरा प्रभाव पड़ा था लेकिन अब उद्योग रफ्तार से दौड़ने लगे हैं. घरेलू वाहन कलपुर्जा उद्योग (Indian Auto Parts Industry) ने वित्त वर्ष 2022-23 में अबतक का सर्वाधिक कारोबार किया है और अब मजबूत मांग रहने से उद्योग को चालू वित्त वर्ष (FY2023-24) में बिक्री में दो अंक की वृद्धि की उम्मीद है.
5.6 लाख करोड़ रुपये का कारोबार
वाहन कलपुर्जा विनिर्माता संघ (ACMA) के अनुसार, वाहन कलपुर्जा क्षेत्र ने पिछले वित्त वर्ष में 5.6 लाख करोड़ रुपये का कारोबार किया है, जो 2021-22 में हुए 4.2 लाख करोड़ रुपये के कारोबार से 33 प्रतिशत ज्यादा है. यह बड़ी वृद्धि है, जो बढ़ी हुई डिमांड को दर्शाती है. ACMA ने बताया कि 2022-23 में निर्यात 5% बढ़कर 1.61 लाख करोड़ रुपये पर पहुंच गया जबकि आयात 11% की बढ़ोतरी के साथ 1.63 लाख करोड़ रुपये का रहा.
ACMA ने कहा कि घरेलू बाजार में OEM (मूल उपकरण विनिर्माता) को कलपुर्जों की बिक्री 39.5% बढ़कर 4.76 लाख करोड़ रुपये हो गई. इसके अलावा, खुले बाजार में बिक्री 15 प्रतिशत बढ़ी और 85,333 करोड़ रुपये तक पहुंच गई.
ACMA के अध्यक्ष का बयान
ACMA के अध्यक्ष संजय कपूर ने कहा, ‘‘सेमीकंडक्टर की उपलब्धता, कच्चे माल की लागत और लॉजिस्टिक जैसे आपूर्ति पक्ष के मसलों में उल्लेखनीय राहत के साथ उम्मीद है कि 2023-24 भी वाहन उद्योग के लिए अच्छा रहेगा, जो वाहन कलपुर्जा क्षेत्र के लिए अच्छा संकेत है.’’ उन्होंने कहा कि दोपहिया वाहन उद्योग भी सुस्ती से पूरी तरह उबर गया है.
(इनपुट- भाषा)
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