MG Motor India Business Roadmap: एमजी मोटर इंडिया ने भारतीय ऑटोमोबाइल इंडस्ट्री में ब्रांड की हिस्सेदारी बढ़ाने के लिए अपने 5 साल का बिजनेस रोडमैप जारी किया है. इसके तहत कंपनी 4 से 5 नई कारें लॉन्च करेगी, जिनमें ज्यादातर ईवी मॉडल होंगे. इसके साथ ही, कंपनी भारत में 2028 तक अपनी कुल बिक्री में ईवी पोर्टफोलियो की 65-75% हिस्सेदारी हासिल करना चाहती है. 


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एमजी ने 2028 तक अपने ऑपरेशन्स में लोकल सोर्सिंग और मैन्युफैक्चरिंग को बढ़ाने के लिए लेटेस्ट टेक्नोलॉजी को भारत लाने की भी योजना बनाई है. एमजी मोटर इंडिया सेल मैन्युफैक्चरिंग और क्लीन हाइड्रोजन-सेल टेक्नोलॉजी को भी एक्सप्लोर करेगी. यह गुजरात में नई मैन्युफैक्चरिंग फैलिसिटी भी बनाएगी,  जिससे उत्पादन क्षमता का विस्तार किया जा सके और अधिक इलेक्ट्रिक वाहनों बनाए जा सकें. 


2028 तक कंपनी का लक्ष्य 5,000 करोड़ रुपये निवेश करने का है. एमजी मोटर इंडिया की ओर से बताया गया कि उसकी योजना अगले दो-चार वर्षों में स्थानीय साझेदारों और निवेशकों को हिस्सेदारी बेचकर लगभग 5,000 करोड़ रुपये जुटाने की है, जिसका उपयोग देश में अपने विस्तार के अगले चरण के लिए किया जाएगा.


बता दें कि चीन की सबसे बड़ी वाहन विनिर्माता कंपनी एसएआईसी मोटर कॉरपोरेशन के स्वामित्व वाले ब्रिटिश ब्रांड एमजी मोटर की भारतीय इकाई एमजी मोटर इंडिया के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) राजीव छाबा ने बताया कि कंपनी धन जुटाने के लिए अगले कुछ सालों में अपनी हिस्सेदारी बेचने वाली है.


छाबा ने कहा, “धन की जरूरत शुरुआती तौर पर गुजरात के हलोल में दूसरा संयंत्र खोलने के लिए होगी. इस संयंत्र की उत्पादन क्षमता 1.8 लाख इकाई वार्षिक होगी. कंपनी इस संयंत्र से मुख्य रूप से इलेक्ट्रॉनिक समेत चार-पांच उत्पाद भी पेश करने वाली है.” उन्होंने बताया कि कुछ पूंजी का उपयोग देश में चार्जिंग ढांचा तैयार करने में भी किया जा सकता है.


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