Indian Automobile Industry: केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी (Nitin Gadkari) ने मंगलवार को जयपुर में टाटा मोटर्स की वाहन कबाड़ सुविधा (Vehicle Scrapping Facility) का वर्चुअल तरीके से उद्घाटन करते हुए कहा कि सरकार भारत को वैश्विक वाहन विनिर्माण केंद्र बनाने की दिशा में काम कर रही है. उन्होंने कहा कि निकट भविष्य में घरेलू वाहन उद्योग 15 लाख करोड़ रुपये का हो जाएगा. फिलहाल, वाहन उद्योग देश के सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) में 7.1 प्रतिशत का योगदान देता है. उद्योग का आकार अभी 7.8 लाख करोड़ रुपये का है.


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2025 तक ऑटो इंडस्ट्री से मिलेगा पांच करोड़ लोगों को रोजगार!


नितिन गडकरी ने कहा, ‘‘वाहन क्षेत्र प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से करीब चार करोड़ लोगों को रोजगार देता है. 2025 तक यह आंकड़ा बढ़कर पांच करोड़ हो सकता है, ऐसा अनुमान है. मैं देश को दुनिया का पहले नंबर का वाहन विनिर्माण केंद्र बनाने पर काम कर रहा हूं. भविष्य में इस उद्योग का आकार 15 लाख करोड़ रुपये का होगा.’’ उन्होंने कहा कि वाहन कबाड़ नीति से पुराने वाहनों को हटाने और चरणबद्ध तरीके से कम प्रदूषण वाले नए वाहनों को लाने में मदद मिली है.


Vehicle Scrappage Policy से वाहनों की मांग बढ़ेगी


गडकरी ने कहा, ‘‘अनुमान है कि कबाड़ नीति (Vehicle Scrappage Policy) से वाहनों की जो मांग पैदा होगी, उससे सरकार को 40,000 करोड़ रुपये का अतिरिक्त माल एवं सेवा कर (GST) राजस्व मिलेगा.’’ उन्होंने कहा कि वाहन कबाड़ नीति से एक संगठित उद्योग बनाने में मदद मिलेगी और रोजगार के नए अवसर पैदा होंगे.


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