Traffic Rule for Mobile in India: आपकी लाइफ में किसी पॉइंट पर आपको ट्रैफिक रूल्स से नफरत हुई होगी, खासकर जब आपको फाइन देना पड़ा होगा. लेकिन यह केवल सुरक्षा कारक को बढ़ाने और जिम्मेदार और सुरक्षित ड्राइविंग को बढ़ावा देने के लिए हैं. यदि ट्रैफिक रूल न होते तो सड़क हादसों का खतरा ज्यादा होता. पिछले सालों में  मोटर वाहन नियमों में कई बदलाव किए गए हैं और जबकि हम सभी बेसिक ट्रैफिक रूल्स के बारे में जानते हैं, जैसे कि हेलमेट पहनना, कार चलाते वक्त सीट बेल्ट लगाना हर कोई इन सभी के बारे में नहीं जानता है. यदि आप बेसिक ट्रेफिक रूल्स के बारे में नहीं जानते हैं तो आज हम आपको कुछ जरूरी रूल्स के बारे में बता रहे हैं. जो आपको उल्लंघन करने पर परेशानी में डाल सकते हैं.


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यदि आप ऐसे व्यक्ति हैं जिनके पास दो ड्राइविंग लाइसेंस हैं, तो आपको यातायात पुलिस द्वारा फाइन किया जा सकता है. अक्टूबर 2019 से केंद्र सरकार ने अनिवार्य किया है कि भारत में सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों द्वारा जारी किए गए डीएल और आरसी डिजाइन और रंग में समान होने चाहिए. नियम में कहा गया है कि यह सुनिश्चित करें कि आपके पास केवल एक ड्राइविंग लाइसेंस हो और यदि आपका डीएल खत्म हो रहा है, तो इसे समय पर रिन्यू कराना न भूलें.


एम्बुलेंस और फायर ब्रिगेड जैसे आपातकालीन वाहनों को रास्ता देना अक्सर नागरिक भावना और एक जिम्मेदार काम के रूप में देखा जाता है, अब उल्लंघन करने वालों के लिए भी एक ट्रैफिक रूल है. अगर आप इमरजेंसी व्हीकल्स को रास्ता नहीं देते हैं या फिर रास्ते को अवरुद्ध करने का दोषी पाया जाता है, तो 10,000 रुपये तक का जुर्माना और/या छह महीने तक की कैद हो सकती है. 


मोटर वाहन नियमों में बदलाव ने ड्राइविंग के दौरान मोबाइल फोन या अन्य हाथ से चलने वाले डिवाइस के उपयोग को भी साफ किया. नए नियमों के मुताबिक एक ड्राइवर को केवल नेविगेशन के लिए एक मोबाइल का उपयोग करना चाहिए. वह भी इस तरह से जिससे ड्राइविंग करते समय उसकी कंसंट्रेशन खराब न हो. गाड़ी चलाते समय फोन पर बात करने पर आपको 5,000 रुपये तक का जुर्माना लग सकता है.


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