तीन महीने में पैसेंजर व्हीकल्स की बिक्री ने छुआ `आसमान`, बिक गईं सबसे ज्यादा कारें
Passenger Vehicles: देश में यूटिलिटी व्हीकल्स की मजबूत मांग के दम पर जुलाई-सितंबर तिमाही में पैसेंजर व्हीकल्स की थोक बिक्री किसी भी तिमाही में अबतक की सर्वाधिक रही है.
Car Sales: देश में यूटिलिटी व्हीकल्स की मजबूत मांग के दम पर जुलाई-सितंबर तिमाही में पैसेंजर व्हीकल्स की थोक बिक्री किसी भी तिमाही में अबतक की सर्वाधिक रही है. सोसायटी ऑफ इंडियन ऑटोमोबाइल मैन्युफैक्चरर्स SIAM ने यह जानकारी दी है. वाहन विनिर्माताओं के इस संगठन के अनुसार, चालू वित्त वर्ष 2023-24 की दूसरी तिमाही (जुलाई-सितंबर) में कंपनियों से डीलरों तक 10,74,189 पैसेंजर व्हीकल्स (पीवी) की आपूर्ति की गई, जो वित्त वर्ष 2022-23 की समान अवधि के 10,26,309 यूनिट्स के आंकड़े से 4.7 प्रतिशत अधिक है. यह भी पहली बार है कि जब किसी वित्त वर्ष की पहली छमाही (अप्रैल-सितंबर) की अवधि में घरेलू बाजार में पैसेंजर व्हीकल्स की थोक बिक्री 20 लाख के आंकड़े के पार गई है.
सियाम के अध्यक्ष विनोद अग्रवाल ने कहा, ‘‘यूटिलिटी और स्पोर्ट्स यूटिलिटी व्हीकल्स (एसयूवी) की मजबूत मांग से पीवी सेगमेंट में बिक्री की वृद्धि को बढ़ावा मिल रहा है. यह कुल वाहन बिक्री का करीब 60 प्रतिशत है.’’ हालांकि, उन्होंने कहा कि कम कीमत यानी सस्ती कारों की बिक्री में गिरावट जारी है. अग्रवाल ने कहा कि 2018-19 के जुलाई-सितंबर में 1.38 लाख कारों की तुलना में इस वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में सस्ती कारों की थोक बिक्री घटकर 35,000 यूनिट्स रह गई.
उन्होंने कहा कि कम दाम के दोपहिया वाहन खंड में भी इसी तरह का प्रदर्शन रहा है. ग्रामीण मांग अब भी पूरी तरह से नहीं सुधरी है. वित्त वर्ष की पहली छमाही में कुल पीवी थोक बिक्री 19,36,804 यूनिट्स से बढ़कर 20,70,163 यूनिट्स हो गई. अग्रवाल ने कहा कि पैसेंजर, तिपहिया और वाणिज्यिक वाहन खंड में 2023-24 की दूसरी तिमाही में वृद्धि देखी गई. हालांकि, दोपहिया व्हीकल्स की थोक बिक्री में पिछले वर्ष की समान अवधि की तुलना में मामूली गिरावट दर्ज की गई.