Red Light Challan: शहरों में या भीड़भाड़ वाले इलाकों में चौराहों पर ट्रैफिक लाइट लगाई जाती हैं. ऐसा इसीलिए किया जाता है ताकि यातायात को व्यवस्थित तरीके से जारी रखा जा सके और जाम की स्थिति न बने. ट्रैफिक लाइट पर सिग्नल के लिए तीन- रेड, ऑरेंज और ग्रीन का इस्तेनाल होता है. रेड सिग्नल का मतलब होता है कि वाहनों को रुक जाना चाहिए. लेकिन, बात सिर्फ इतनी ही नहीं है. सिग्नल लाइट के रेड होने पर लोगों को अपने वाहन रोक लेने चाहिए, यह बात लगभग सभी जानते हैं लेकिन कुछ लोगों को इस बात का ध्यान नहीं रहता है कि उन्हें ट्रैफिक सिग्नल पर बनी जेब्रा क्रॉसिंग से पहले ही वाहनों को रोकना होता है.


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जेब्रा क्रॉसिंग पर वाहन रुका तो चालान


अगर कोई व्यक्ति अपना वाहन जेब्रा क्रॉसिंग के ऊपर या उससे आगे ले जाकर रोकता है तो यह रेड लाइट उल्लंघन माना जाता है. ऐसा होने पर यातायात पुलिस चालान काट सकती है. इसीलिए, सलाह यही दी जाती है कि रेड लाइट होने पर वाहन को रोक लें. इसके साथ ही, यह सुनिश्चित करें कि आपका वाहन जेब्रा क्रॉसिंग से पहले ही रुका है. दरअसल, रेड लाइट पर जेब्रा क्रॉसिंग को इसलिए बनाया जाता है ताकि वाहनों के रुकने पर पैदल सड़क पार करने वाले लोग आसानी से सड़क के एक तरफ से दूसरी तरफ जा सकें.


यानी, जेब्रा क्रॉसिंग पैदल चलने वाले लोगों के सड़क पार करने के लिए बनाई जाती है. जब रेड लाइट होती है तो पैदल वाले लोग जेब्रा क्रॉसिंग के ऊपर से ही सड़क पार करते हैं. ऐसे में अगर कोई वाहन जेब्रा क्रॉसिंग के ऊपर खड़ा होगा तो उससे सड़क पार करने में आम लोगों को परेशानी होगी. इसीलिए, अब जब भी रेड लाइट पर रुकें तो इस बात को जरूर ध्यान में रखें कि आपको अपना वाहन जेब्रा क्रॉसिंग से पहले रोकना है.


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