Flex Fuel Details: सब जानते हैं कि धरती पर फॉसिल फ्यूल (Fossil Fuel) लिमिटेड है. इसलिए एक वक्त आएगा जब पेट्रोल-डीजल खत्म हो जाएंगे क्योंकि यह फॉसिल फ्यूल से ही बनते हैं. ऐसी स्थिति में क्या होगा? अब इसके बारे में टेंशन लेने की जरूरत नहीं है. आने वाला कल पेट्रोल-डीजल का नहीं बल्कि इथेनॉल (फ्यूल) का होगा. जी हां, इथेनॉल को कारों में फ्यूल की तरह इस्तेमाल किया जा सकेगे. भारत में पूरी तरह से इथेनॉल पर चलने वाली कार भी लॉन्च कर दी गई है. यह टोयोटा इनोवा हाइक्रॉस है.


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Toyota Motors की पूरी तरह से इथेनॉल पर चलने वाली Innova-Hycross को केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी की मौजूदगी में आधिकारिक तौर पर लॉन्च किया गया. यह दुनिया की पहली Electrified Flex Fuel Car है. यह 100 प्रतिशत Ethenol पर चल सकती है और Electric Energy भी जनरेट कर सकती है. खास बात यह है कि इस कार में इस्तेमाल होने वाला इंजन पूरी तरह से Made-In-India है. फिलहाल, इसका प्रोटोटाइप तैयार किया गया है.  जल्द ही कार का प्रोडक्शन भी शुरू हो जाएगा. 


अब आपके मन में सवाल होंगे कि आखिर Ethenol से कार कैसे चलती है, Ethenol तैयार कैसे होता है, ये पेट्रोल-डीजल का विकल्प कैसे बनेगा? आसान शब्दों में बताएं तो Ethenol एक तरह का Alcohol ही है. यह गन्ने के रस, मक्का, सड़े हुए आलू, सड़ी हुई सब्जियों और फलों से तैयार किया जाता है. जिस तरह शराब बनती है, उसी तरह Fermentation से Ethenol बनता है.


कैसे बनता है Ethenol?


Ethenol मुख्य तौर पर तीन तरह से तैयार किया जा सकता है. फर्स्ट जनरेशन इथेनॉल, गन्ने के रस, मीठे चुकंदर, सड़े आलू, मीठा ज्वार और मक्का से बनाया जाता है. सेकंड जनरेशन इथेनॉल, चावल की भूसी, गेहूं की भूसी, भुट्टा, जैसे Cellulose खाद्य पदार्थों से तैयार होता है. वहीं, तीसरे जनरेशन इथेनॉल को Algae यानी काई से बनाया जा सकता है, जिसपर अभी शोधकार्य चल रहे हैं.


अलग इंजन होंगे


इससे ऐसे ही कारें चलेंगी, जैसे पेट्रोल और डीजल से चलती हैं. लेकिन, इंजन को Ethenol पर चलने योग्य बनाया जाएगा, जैसा कि पूरी तरह से इथेनॉल पर चलने वाली टोयोटा इनोवा हाइक्रॉस में देखा गया है. इसका इंजन इसके पेट्रोल पर चलने वाले इंजन से अलग है और भारत ही तैयार किया गया है.