5G spectrum auction: देश में हाई स्पीड की इंटरनेट सेवा देने के लिए 5जी स्पेक्ट्रम की नीलामी आज चौथे दिन यानी शुक्रवार को भी जारी रहेगी. दूरसंचार मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बताया कि नीलामी का तीसरा दिन समाप्त होने तक कुल 1,49,623 करोड़ रुपये की बोलियां मिली हैं. इसमें देश के कई दिग्गज बिजनेस मैन शामिल हैं. मुकेश अंबानी की रिलायंस जियो, सुनील भारती मित्तल की भारती एयरटेल, वोडाफोन आइडिया तथा गौतम अडानी की प्रमुख कंपनी अडाणी एंटाप्राइेज की इकाई 5जी स्पेक्ट्रम हासिल करने की दौड़ में आगे चल रही है.


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दूरसंचार मंत्री अश्विनी वैष्णव ने दी जानकारी 


दूरसंचार मंत्री अश्विनी वैष्णव की तरफ से दी गई जानकारी के अनुसार, नीलामी का तीसरा दिन समाप्त होने तक कुल 1,49,623 करोड़ रुपये की बोलियां मिली हैं. यह नीलामी के दूसरे दिन बुधवार को नौवें दौर की बोली के बाद प्राप्त 1,49,454 करोड़ रुपये से मामूली अधिक है


जानिए क्या कहा सरकार ने?


5G spectrum की नीलामी को लेकर सरकार ने कहा है कि नीलामी को लेकर प्रतिक्रिया उम्मीद से कहीं बेहतर है और 2015 के रिकॉर्ड स्तर को पार कर गया है. इससे पहले वर्ष 2015 में स्पेक्ट्रम नीलामी से 1.09 लाख करोड़ रुपये का रिकॉर्ड राजस्व मिला था. हालांकि आपको बता दें कि प्रक्रिया के तहत नीलामी संपन्न होने तक यह नहीं पता चलेगा कि किस कंपनी को कितना स्पेक्ट्रम मिला.


कौन-कौन है रेस में?


नीलामी में 600, 700, 800, 900, 1800, 2100, 2300, 2500, 3300 मेगाहट्र्ज और 26 गीगाहर्ट्ज बैंड शामिल हैं. दौड़ में शामिल चार बड़े खिलाड़ियों ने संयुक्त रूप से 21,400 करोड़ रुपये बयाना जमा (ईएमडी) में जमा किए हैं, और मेगा बोली के लिए अपनी वॉर चेस्ट और रणनीतियों के साथ तैयार हैं, जो कि लगभग 1.5 लाख करोड़ रुपये होने की संभावना है यदि अंतिम दो नीलामियों को ध्यान में रखा जाता है. रिलायंस जियो इंफोकॉम ने 14,000 रुपये का ईएमडी जमा किया है जबकि भारती एयरटेल ने 5,500 करोड़ रुपये का निवेश किया है. 4जी स्पेक्ट्रम के लिए 2021 की नीलामी में रिलायंस जियो ने अपनी जमा राशि का 77.9 फीसदी इस्तेमाल किया जबकि एयरटेल ने 87.7 फीसदी का इस्तेमाल किया.