नई दिल्ली : देश में पेट्रोल और डीजल की कीमतों में लगातार इजाफा हो रहा है. शनिवार को एक बार फिर इनकी कीमतों में इजाफा हुआ है, जिससे तेल के दाम नए रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गए हैं. दिल्ली में अब पेट्रोल की कीमत 80.38 प्रति लीटर हो गई है, जबकि डीजल अब तक के रिकॉर्ड स्तर पर 72.51 प्रति लीटर पहुंच गया है. 


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क्या है मुंबई में तेल का दाम
वहीं, मुंबई में पेट्रोल अब 87.77 रुपए और डीजल 76.98 रुपए प्रति लीटर मिल रहे हैं. इससे पहले पेट्रोल और डीजल की कीमतें मंगलवार को नई ऊंचाई पर पहुंच गई थीं. दिल्ली में पेट्रोल की कीमत 79.31 रुपए प्रति लीटर की रिकार्ड ऊंचाई पर पहुंच गई थी. वहीं डीजल का दाम 71.34 रुपए के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया था.



 


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अभी और बढ़ेंगे पेट्रोल और डीजल के दाम
जानकारों का मानना है कि आने वाले वक्त में भारतीय बाजारों में पेट्रोल और डीजल की कीमतें अभी और आसमान छूने वाली हैं. पेट्रोल-डीजल की कीमतों में इजाफे के पीछे रुपया एक बड़ा कारण है. रुपये में गिरावट के चलते ही तेल कंपनियां लगातार कीमतों में बदलाव कर रही हैं. दरअसल, कंपनियां डॉलर में तेल का भुगतान करती हैं, जिसकी वजह उन्हें अपना मार्जिन पूरा करने के लिए तेल की कीमतों को बढ़ाना पड़ रहा है. 


दिल्ली में एक सप्ताह में कितनी बढ़ी पेट्रोल की कीमत



एक सप्ताह में क्या रहा डीजल का हाल



10 सितंबर को कांग्रेस का भारत बंद
कांग्रेस पार्टी ने डीजल और पेट्रोल की कीमतों में बढ़ोतरी के खिलाफ 10 सितंबर को भारत बंद का ऐलान किया है. पेट्रोल-डीजल के दाम में लगातार बढ़ोतरी पर नरेंद्र मोदी सरकार को घेरने के लिए कांग्रेस की ओर से आहूत 'भारत बंद' को विपक्ष की कुल 18 छोटी-बड़ी पार्टियों का समर्थन मिला है. पार्टी सूत्रों का कहना है कि 'भारत बंद' के लिए समाजवादी पार्टी (सपा) , बहुजन समाज पार्टी (बसपा), राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी), द्रमुक, तृणमूल कांग्रेस, राष्ट्रीय जनता दल (राजद), मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा), भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा), जनता दल एस (जद(एस)), राष्ट्रीय लोक दल (रालोद), झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) और कई अन्य दल समर्थन कर रहे हैं.