Future Retail: इस कंपनी को खरीदने के लिए पहले अंबानी-अडानी में मची थी होड़, अब रेस से हुए बाहर
Adani Group: नए अपडेट के अनुसार अडानी ग्रुप और रिलायंस रिटेल इसके लिए अब बोली नहीं लगा रहे. एक रिपोर्ट के अनुसार फ्यूचर रिटेल के लिए छह अंतिम बोलियां मिली हैं, जिसमें रिलायंस रिटेल और अडानी ग्रुप शामिल नहीं हैं.
Reliance Retail: फ्यूचर रिटेल लिमिटेड (Future Retail) को खरीदने के लिए एक समय मुकेश अंबानी की रिलायंस रिटेल और गौतम अडानी के अडानी ग्रुप में होड़ लगी थी. लेकिन अब इस मामले पर नया अपडेट सामने आया है. नए अपडेट के अनुसार अडानी ग्रुप और रिलायंस रिटेल इसके लिए अब बोली नहीं लगा रहे. एक रिपोर्ट के अनुसार फ्यूचर रिटेल के लिए छह अंतिम बोलियां मिली हैं, जिसमें रिलायंस रिटेल और अडानी ग्रुप शामिल नहीं हैं. अरबों का कारोबार करने वाली फ्यूचर रिटेल अप्रैल में दिवाला न्यायाधिकरण के पास भेजा गया था. यह कंपनी अब दिवालिया हो चुकी है.
स्पेस मंत्रा ने सबसे ज्यादा बोली लगाई
रिपोर्ट के अनुसार सबसे ज्यादा बोली स्पेस मंत्रा (Space Mantra) ने लगाई है, जबकि 5 अन्य कंपनियों ने कंपनी के कुछ हिस्से के लिए बोली लगाई है. जिन कंपनियों ने बोलियां लगाई हैं उनमें पिनेकल एयर (Pinnacle Air), पलगुन टेक एलएलसी (Palgun Tech LLC), लहर सॉल्यूशंस (Lehar Solutions), गुडविल फर्नीचर (Goodwill Furniture) और सर्वभिष्ट ई-वेस्ट मैनेजमेंट (Sarvabhishta e-waste management) शामिल हैं.
रेस में थीं कुल 49 कंपनियां
फ्यूचर रिटेल को खरीदने की दौड़ में पहले रिलायंस और अडानी ग्रुप समेत 49 कंपनियां शामिल थीं. लेकिन अब ये दोनों ही दिग्गज इस रेस से बाहर हो गए हैं. फाइनेंशियल क्रेडिटर्स की तरफ से फ्यूचर रिटेल पर 20 हजार करोड़ का क्लेम किया है. एनसीएलटी (NCLT) ने पिछले महीने ही फ्यूचर ग्रुप को दिवाला समाधान के लिए 90 दिन का समय बढ़ाकर 15 जुलाई तक का समय दिया है. पहले इसके लिए 15 अप्रैल तक की समय सीमा थी.
कंपनी ने शेयर बाजार को दिए अपडेट में कहा कि एनसीएलटी की मुंबई पीठ ने कॉरपोरेट इनसॉल्वेंसी रिजॉल्यूशन प्रोसेस से 90 दिनों के बहिष्कार को मंजूरी दे दी. आपको बता दें इसी साल 23 मार्च को फ्यूचर रिटेल के लेनदारों ने नए एक्सप्रेशन ऑफ इंटरेस्ट (EOI) को आमंत्रित किया था.