मेलबर्न: मुकदमेबाजी और देरी को चलते अडाणी समूह ऑस्ट्रेलिया में अपनी प्रस्तावित रेल तथा खान परियोजना को छोड़ सकता है। कंपनी की 21.5 अरब डॉलर की यह प्रस्तावित योजना 6 साल से लंबित है। विभिन्न पर्यावरण समूहों ने इस परियोजना को लेकर अडाणी समूह के खिलाफ अनेक मामले दर्ज करा रखे हैं।


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कंपनी के संस्थापक व चेयरमैन गौतम अडाणी ने ‘द ऑस्ट्रेलियन’ अखबार से कहा कि पर्यावरणीय आकलनों तथा अदालती लड़ाइयों के 6 साल बाद भी इस परियोजना पर काम अभी शुरू नहीं हुआ है। उन्होंने इस पर निराशा जताई। अडाणी ने कहा,‘आप केवल रुके नहीं रह सकते। इतनी अधिक देरी पर मुझे वास्तव में बहुत निराशा है।’ उन्होंने उम्मीद जताई कि प्रस्तावित कोयला खान परियोजना के खिलाफ अदालती चुनौतियों का निपटारा अगले साल की शुरुआत में हो जाएगा।


एक मामले में संघीय अदालत में सुनवाई अभी होनी है जबकि दो समूहों ने उच्च न्यायालय में जाने की धमकी दी है। इसे देखते हुए अडाणी ने आगाह किया कि वह अनिश्चितकाल तक इंतजार नहीं कर सकते। अडाणी ने कहा कि उन्होंने भारत में अपने बिजलीघरों के लिए ईंधन हेतु विकल्पों की तलाश शुरू कर दी है। उन्होंने पुष्टि की कि इस तरह की परियोजनाओं को लेकर और अधिक स्पष्टता को लेकर वे दिसंबर में ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री मेलकम टर्नबल से मिले थे।