Reliance Infra News: अनिल धीरुभाई अंबानी ग्रुप (Ambani Group) की कंपनी रिलायंस इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड (R-Infra) ने अडानी ट्रांसमिशन (Adani Transmission) लिमिटेड के खिलाफ आर्बिट्रेशन क्लेम  दाखिल किया था. रिलायंस इंफ्रास्ट्रक्चर (Reliance Infrastructure) का आरोप था कि अडानी ग्रुप की कंपनी अडानी ट्रांसमिशन ने  मुंबई पावर डिस्ट्रिब्यूशन कारोबार को बेचने के सौदे में शर्तों का सही से पालन नहीं किया है. बता दें यह क्लेम शेयर पर्चेस एग्रीमेंट (SPA) के तहत दिसंबर 2021 में शुरू हुआ था. 


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अडानी ने दावा किया खारिज
आपको बता दें यह यह 500 करोड़ रुपये का दावा था. उचित प्रक्रिया का पालन करते हुए, ATL/अडानी इलेक्ट्रिसिटी ने आर-इंफ्रा के दावे को खारिज कर दिया है. इसके अलावा एटीएल/अडानी इलेक्ट्रिसिटी ने प्रस्तुत किया है कि आर-इंफ्रा ने अभी तक SPA के तहत AEML’s  के काफी बड़े दावों का निपटारा नहीं किया है.


अडानी ने दी जानकारी
बता दें इस साल फरवरी और अगस्त में आर-इंफ्रा ने अतिरिक्त विवाद और दावे उठाते हुए सप्लीमेंट्री आर्बिट्रेशन रिक्वेस्ट दाखिल की थी. अडानी इलेक्ट्रिसिटी विवाद समाधान के लिए एसपीए के तहत निर्धारित प्रक्रिया का पालन कर रही है और तथ्यों के साथ जवाब देगी और आर्बिट्रेशन की कार्यवाही में आर-इंफ्रा के खिलाफ अपने दावे पेश करेगी.


2017 में हुई थी 18,800 करोड़ की डील 
आपको बता दें अडानी ग्रुप ने साल 2017 में 18,800 करोड़ रुपये की डील के तहत रिलायंस इंफ्रा के मुंबई बिजली कारोबार का अधिग्रहण कर लिया था. इसमें प्रोडक्शन, ड्रिस्टीव्यूशन और ट्रांसमिशन शामिल था. इस डील के बाद ही अडानी ग्रुप ने डिस्ट्रीब्यूशन कारोबार में अपने पैर जमाए थे. जिससे उसे एक जनरेशन और ट्रांसमिशन कंपनी से पूरी तरह से एकीकृत पावर यूटिलिटी में बदलने में मदद मिली थी. 



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