SpiceJet Layoff: गो फर्स्ट के बाद स्पाइसजेट बेहाल, सैलरी तक नहीं दे पा रही एयरलाइंस, 1400 कर्मचारियों पर लटकी छंटनी की तलवार
SpiceJet Layoff :स्पाइसजेट की मुश्किल बढ़ती जा रही है. फंड की कमी का सामना कर रही एयरलाइंस ने कर्मचारियों की संख्या घटाने का फैसला किया है. स्पाइसजेट ने अपने वर्कफोर्स में 15 फीसदी की कटौती करने का फैसला किया है. कॉस्ट कटिंग कर खर्च को कम करने के लिए एयरलाइंस ने 1400 कर्मचारियों को बाहर करने की तैयारी कर ली है.
SpiceJet Airlines Cash Crunch: भारत के एविएशन सेक्टर पर गहराता संकट अभी खत्म नहीं हुआ है. हाल ही में विमानन कंपनी गो फर्स्ट ( Go First) दिवालिया होने के कगार पर पहुंची तो वहीं बजट एयरलाइन स्पाइसजेट (SpiceJet) अब कैश संकट में फंसता जा रहा है. कैश की किल्लत का सामना कर रही एयरलाइंस स्पाइसजेट (SpiceJet) ने 1400 कर्मचारियों को बाहर करने की तैयारी कर ली है. कंपनी कैश क्रंच की समस्या से जूझ रही है. ऐसे में ऑपरेशनल कॉस्ट को कम करने के लिए एयरलाइंस कर्मचारियों की संख्या कम करने की तैयारी में है.
क्यों नकदी संकट में फंसी स्पाइसजेट एयरलाइंस
स्पाइसजेट की मुश्किल बढ़ती जा रही है. फंड की कमी का सामना कर रही एयरलाइंस ने कर्मचारियों की संख्या घटाने का फैसला किया है. स्पाइसजेट ने अपने वर्कफोर्स में 15 फीसदी की कटौती करने का फैसला किया है. कॉस्ट कटिंग कर खर्च को कम करने के लिए एयरलाइंस ने 1400 कर्मचारियों को बाहर करने की तैयारी कर ली है. आपको बता दें कि वर्तमान में एयरलाइंस के पास 9000 कर्मचारियों का वर्क फोर्स है. एयरलाइंस 30 फ्लाइट्स का संचालन करती है, जिनमें से 8 विमान लीज पर है. कंपनी का कहना है कि वो ऑपरेशनल कॉस्ट को कम करने के लिए स्टाफ की संख्या कम करेगी.साल 2019 में स्पाइसजेट के पास 16000 कर्मचारियों का वर्क फोर्स, 118 प्लेन थे.
सैलरी में देरी, स्पाइसजेट के कर्मचारियों पर छंटनी का संकट
फंड की दिक्कत झेल रही स्पाइसजेट वक्त पर अपने कर्मचारियों को सैलरी नहीं दे पा रही है.कर्मचारियों को बीते कई महीनों से सैलरी नहीं मिल पाई है. वहीं कई ऐसे हैं, जिन्हें जनवरी की सैलरी नहीं मिल सकी है. कंपनी कुछ निवेशकों से 2200 करोड़ रुपये के कैपिटल इंफ्यूजन की प्रक्रिया है. कंपनी निवेशकों की दिलचस्पी बनाए रखने के लिए लागत कम करने का दबाव है. कंपनी के सभी कर्मचारियों की सैलरी बिल 60 करोड़ रुपये हो जा रहा है. इसे कम करने के लिए एयरलाइंस बड़े पैमाने पर छंटनी की तैयारी कर रही है.