Air India Express: पायलट बीमार या बढ़ रहा असंतोष? नाराज पायलटों को लेकर `टाटा` ने बदला फैसला, जांच पर ब्रेक
टाटा के हाथों में आने के बाद एयर इंडिया एक्सप्रेस का विवाद खत्म होने के नाम नहीं ले रहा है. कभी वहां हड़ताल होती है, तो कभी कैबिन क्रू एक साथ छुट्टियों पर चले जाते हैं. विवादों के बीच अब एआई एक्सप्रेस मैनेजमेंट और चालक दल के बीच विवादों का दौर जारी है.
Air India Express: टाटा के हाथों में आने के बाद एयर इंडिया एक्सप्रेस का विवाद खत्म होने के नाम नहीं ले रहा है. कभी वहां हड़ताल होती है, तो कभी कैबिन क्रू एक साथ छुट्टियों पर चले जाते हैं. विवादों के बीच अब एआई एक्सप्रेस मैनेजमेंट और चालक दल के बीच विवादों का दौर जारी है. इसे लेकर अब मैनेंजमेंट ने बड़ा फैसला किया है.
एयर इंडिया एक्सप्रेस का बड़ा फैसला
एयर इंडिया एक्सप्रेस ने फैसला किया है कि वो चालक दल के खिलाफ जांच टाल रहे हैं. चालक दल और मैनेंजमेंट के बीच अगली बैठक आठ अगस्त को होगी. बता दें कि ये विवाद मई में एयर इंडिया एक्सप्रेस के चालक दलों के एक साथ बीमार होने की सूचना देकर छुट्टी पर जाने के बाद से चल रहा है. इस मामले में मैनेंजमेंट ने 200 चालक दल के सदस्यों के खिलाफ शुरू कर दी.
बीमारी का बहाना बनाकर छुट्टी पर चले गए थे पायलट
इन कर्मचारियों के छुट्टी पर जाने के कारण एयरलाइन को परिचालन में दिक्कत आ गई थी. कई दिनों तक फ्लाइट सर्विस बाधिक रही थी. मैनेंजमेंट ने पायलट और कैबिन क्रू के खिलाफ जांच शुरू कर दी. अब एयर इंडिया एक्सप्रेस ने फैसला किया है कि वो पायलट के खिलाफ अपनी जांच को टाल देगा. यह निर्णय दिल्ली में चल रही सुलह प्रक्रिया के तहत केंद्रीय श्रम आयुक्त (केंद्रीय) की ओर से बुलाई गई बैठक में लिया गया.
200 पायलटों के खिलाफ जांच
सूत्रों ने कहा कि बैठक में एयर इंडिया एक्सप्रेस कर्मचारी संघ (एआईएक्सईयू) के प्रतिनिधियों ने जून में लगभग 200 चालक दल के सदस्यों को आरोप पत्र जारी करने का उल्लेख किया और इसे वापस लेने की मांग की. उन्होंने कहा कि सुलह अधिकारी की सलाह पर एयरलाइन प्रबंधन के प्रतिनिधियों ने आरोप पत्र से संबंधित जांच प्रक्रिया को टालने पर सहमति जताई. एयरलाइन के चालक दल के एक वर्ग का प्रतिनिधित्व करने वाली एआईएक्सईयू ने पिछले साल श्रम विभाग के समक्ष शिकायत दर्ज कराई थी.
बता दें कि यह यूनियन भारतीय मजदूर संघ (बीएमएस) से लिंक है. बीएमएस के अखिल भारतीय सचिव गिरीश चंद्र आर्य के मुताबिक यह निर्णय लिया गया है कि आरोप-पत्र स्थगित रखे जाएंगे और सुलह कार्यवाही चलने तक जांच प्रक्रिया को आगे नहीं बढ़ाया जाएगा.बैठक में शामिल आर्य ने कहा कि जब सुलह कार्यवाही चल रही है, तो एयरलाइन के प्रबंधन को कोई जबरिया कार्रवाई नहीं करनी चाहिए.
टाटा के एयरलाइन बिजनेस में क्या दिक्कत
बता दें कि टाटा के एयरलाइन बिजनेस में दिक्कतें सामने आ रही है. टाटा समूह के स्वामित्व वाली लो कॉस्ट एयरलाइन एयर इंडिया एक्सप्रेस के चालक दल नाराज और असंतुष्ट हैं. इसी का नतीजा था कि एक साथ एयर इंडिया एक्सप्रेस के कैबिन क्रू और पायटल बीमारी का बहाना कर छुट्टी पर चले गए. पायलटों के इस कदम से एयर इंडिया एक्सप्रेस का परिचालन ठप पड़ गया. 170 से ज्यादा विमानों का कैंसिल करना पड़ा. मई महीने में एयरलाइन के चालक दल के सदस्य बड़े पैमाने पर बीमारी का हवाला देकर छुट्टी पर चले गए . इसी तरह का सीन कुछ दिनों पहले टाटा समूह की एक अन्य एयरलाइन विस्तारा में भी देखने को मिला था. ऐसे में सवाल उठने लगा कि केबिन क्रू सदस्यों और कर्मचारियों में प्रबंधन को लेकर इतनी नाराजगी क्यों है?