कुलगाम एनकाउंटर: घर के भीतर अलमारी, उसके पीछे 'बंकर'... कश्‍मीर में आतंकियों के पनाहगार कौन हैं?
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कुलगाम एनकाउंटर: घर के भीतर अलमारी, उसके पीछे 'बंकर'... कश्‍मीर में आतंकियों के पनाहगार कौन हैं?

Kulgam Encounter News: आतंकवादियों ने कुलगाम के एक घर में पनाह ले रखी थी. वह अलमारी के पीछे बने कंक्रीट के 'बंकर' जैसे ढांचे में छिपकर रहते थे. रविवार की मुठभेड़ के बाद उनके इस ठिकाने का पता चला.

कुलगाम एनकाउंटर: घर के भीतर अलमारी, उसके पीछे 'बंकर'... कश्‍मीर में आतंकियों के पनाहगार कौन हैं?

Kulgam Terrorist Encounter: जम्मू और कश्‍मीर के कुलगाम जिले में मारे गए चार आतंकवादी एक घर में छिपे हुए थे. उन्होंने घर के भीतर अलमारी के भीतर 'बंकर' जैसा ठिकाना बना रखा था. सुरक्षा बलों ने एक एंटी-टेररिस्ट ऑपरेशन के दौरान आतंकियों के इस 'बंकर' को ढूंढ निकाला. कुलगाम के चिन्निगाम में मारे गए सभी आतंकवादी हिजबुल मुजाहिदीन से जुड़े हुए थे.

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कुलगाम के घर में मिला आतंकियों का 'बंकर' 

कंक्रीट से तैयार किया गया यह बंकरनुमा ढांचा न जाने कब से आतंकवादियों का ठिकाना बना हुआ था. वीडियो में दिख रहा है कि यह 'बंकर' एक वार्डरोब के पीछे छिपे एक छोटे लेकिन अच्छी तरह से सुरक्षित कंक्रीट से बना हुआ था. वीडियो में सुरक्षाकर्मियों को एक नागरिक आवास में ठिकाने का निरीक्षण करते देखा जा सकता है. सूत्रों के अनुसार, आतंकी इस ठिकाने का इस्तेमाल सुरक्षा बलों के तलाशी अभियान में बच निकलने के लिए कर रहे थे.

दो मुठभेड़ में छह आतंकवादी मारे गए

कुलगाम जिले में पिछले 48 घंटों के भीतर, सुरक्षा बलों और आतंकियों के बीच दो मुठभेड़ हुईं. इनमें छह आतंकवादी मारे गए और दो जवान शहीद हो गए. अधिकारियों के अनुसार, 'मोदरगाम से दो आतंकवादियों के शव बरामद किए गए जबकि चिन्निगाम से रविवार को चार शव बरामद किए गए.' कुलगाम के इन दो गांवों में शनिवार को मुठभेड़ शुरू हुई थी.

यह भी देखिए: कश्मीर में घुसने के लिए आतंकियों ने खोला पुराना रास्ता

जम्मू-कश्मीर के पुलिस महानिदेशक (DGP) आरआर स्वैन ने कहा कि इतनी बड़ी संख्या में आतंकवादियों का सफाया करना एक बड़ी उपलब्धि है. उन्होंने कहा, 'निस्संदेह सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत करने की दिशा में यह एक बड़ा मील का पत्थर है. ये सफलताएं वास्तविक रूप से और संदेश के लिहाज से भी बहुत सार्थक हैं.' स्वैन ने कहा कि अभियान की सफलता इस बात का संकेत है कि जम्मू-कश्मीर में आतंक के खात्मे की लड़ाई अपने अंजाम तक पहुंचेगी.

'आतंकवाद से पाकिस्तान का भला नहीं होगा'

हिजबुल के सिर पर पाकिस्तान का हाथ है. J&K के पूर्व सीएम और नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता फारूक अब्दुल्ला ने रविवार को कहा, "...जहां तक पड़ोसी देश की बात है, उन्हें भी समझना चाहिए कि अगर वे दोस्ती रखेंगे तो दोनों आगे बढ़ेंगे. अगर दुश्मनी रखेंगे तो उनकी तरक्की कमजोर होगी. यह उनकी कमजोरी है और देखिए उनकी क्या हालत है. इसलिए जरूरी है कि वे भी सोचें कि आतंकवाद उन्हें कहीं नहीं ले जाएगा. आतंकवाद को खत्म करना बहुत जरूरी है..."

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