इस वजह से Sensex ने लगाया 495 अंकों का इस फाइनेंशियल ईयर का सबसे गहरा गोता
माना जा रहा है कि ईरान से तेल खरीदने को लेकर अमेरिका जो छूट दे रखी है, वह उसे समाप्त करने वाली है. 6 महीने का वक्त अप्रैल में खत्म हो रहा है.
मुंबई: शेयर बाजारों में सोमवार को जोरदार गिरावट आयी. कच्चे तेल के कारण वृहत आर्थिक चिंता बढ़ने से बीएसई सेंसेक्स जहां 495 अंक का गोता लगाया वहीं एनएसई निफ्टी 158 अंक से अधिक टूटा. इस रिपोर्ट के बाद वृहत आर्थिक स्थिति को लेकर चिंता बढ़ी है कि ईरान से तेल आयात को लेकर अमेरिका ने पाबंदी से जो छूट दी है, उसे समाप्त करेगी. तीस शेयरों वाला बीएसई सेंसेक्स 495.10 अंक यानी 1.26 प्रतिशत लुढ़ककर 38,645.18 अंक पर पहुंच गया. वहीं एनएसई निफ्टी 158.35 अंक यानी 1.35 प्रतिशत की गिरावट के साथ 11,594.45 अंक पर आ गया.
ईरान पाबंदी पर रिपोर्ट के बाद वैश्विक मानक ब्रेंट क्रूड का भाव 2.56 प्रतिशत उछलकर कई महीनों के उच्च स्तर 73.81 डालर प्रति बैरल पर पहुंच गया. इसके परिणामस्वरूप अमेरिकी डालर के मुकाबले रुपया कारोबार के दौरान 28 पैसे टूटकर 69.63 पर चला गया. इसके अलावा कंपनियों के तिमाही नतीजे की मिली-जुली शुरूआत से भी बाजार धारणा प्रभावित हुई.
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रिपोर्ट के अनुसार अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोम्पियो यह घोषणा करने करने वाले हैं कि दो मई से विदेश विभाग उन देशों को पाबंदी से छूट नहीं देगा जो फिलहाल ईरान से कच्चे तेल तेल का आयात कर रहे हैं. चीन और भारत फिलहाल ईरान तेल के सबसे बड़े आयातक हैं. अगर वे ट्रंप की मांग के अनुसार कदम उठाते हैं तो द्विपक्षीय रिश्तों पर असर पड़ने के साथ व्यापार समेत अन्य मुद्दे भी प्रभावित होंगे.
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सेंसेक्स के शेयरों में यस बैंक, इंडस इंड बैंक तथा आरआईएल को सर्वाधिक नुकसान हुआ. इसमें 6.78 प्रतिशत तक की गिरावट आयी. उसके बाद आईसीआईसीआई बैंक, एचडीएफसी बैंक, एचडीएफसी, हीरो मोटो कार्प, एक्सिस बैंक, मारुति, वेदांता, ओएनजीसी, महिंद्रा एंड महिंद्रा, सन फार्मा, कोटक बैंक तथा टाटा स्टील में भी 2.20 प्रतिशत तक की गिरावट दर्ज की गयी. वहीं दूसरी तरफ भारती एयरटेल, टीसीएस, इन्फोसिस, एनटीपीसी तिाा पावरग्रिड लाभ में रहे.