दिल्ली:  LIC के IPO पर विपक्ष के सवालों का सरकार ने जवाब दिया है. लोकसभा में कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी (Manish Tewari) और तेलंगाना राष्ट्र समिति के नमा नागेश्वर राव (Nama Nageswara Rao) के पूरक प्रश्नों का जवाब वित्त राज्य मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर ने दिया. अनुराग ठाकुर ने साफ कर दिया कि LIC के IPO से किसी की नौकरी नहीं जाएगी. दरअसल विपक्ष की दलील है कि LIC में हिस्सेदारी बेचने से कर्मचारियों की नौकरी जा सकती है.


निवेशक और LIC दोनों का फायदा


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मोदी सरकार का दावा है कि LIC के IPO से निवेशक और LIC दोनों को फायदा होगा. अनुराग ठाकुर ने कहा कि 'आईपीओ लाने की प्रक्रिया आरंभ हुई है. जब उचित समय आएगा तो उस समय बताया जाएगा कि इसकी बाजार में कीमत कितनी है. बाजार में इसकी कीमत बढ़े और ज्यादा से ज्यादा लोग निवेश करें, यह कोशिश है'. संसद के अलावा सरकार के मंत्री मीडिया में भी कई बार कह चुके हैं कि LIC के IPO से रोजगार की कोई दिक्कत किसी को नहीं होगी.


अक्टूबर के बाद आ सकता है IPO


बजट भाषण में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने ऐलान किया था कि 2021-22 के वित्तीय वर्ष में LIC का IPO लाया जाएगा. अभी तक की जानकारी के मुताबिक इसका ऐलान अक्टूबर के बाद हो सकता है. वित्त राज्य मंत्री अनुराग ठाकुर ने हाल ही में संसद को जानकारी दी थी कि  IPO में  LIC के ग्राहकों को 10 फीसदी रिजर्वेशन मिलेगा. जानकारों के मुताबिक LIC के पास 32 करोड़ से ज्यादा ग्राहक हैं और कंपनी की आर्थिक हैसियत करीब 12 से 15 लाख करोड़ के बीच है. सरकार तकरीबन 1 लाख करोड़ की कमाई LIC के IPO के जरिए करना चाहती है.


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सुधर रही है देश की अर्थव्यवस्था


कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी ने देश की अर्थव्यवस्था की स्थिति को बेहद खराब बताया है. इसके जवाब में अनुराग ठाकुर ने कहा कि 'स्पष्ट कर देना चाहता हूं कि कई एजेंसियों ने कहा है कि भारत ने तेजी से रिकवरी की है और भारत की विकास दर दोहरे अंक में रहने वाली है.' सरकार का दावा है कि देश की अर्थव्यवस्था वी शेप में पटरी पर लौट रही है.


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