Bank Privatisation News: बैंकों के प्राइवेटाइजेशन को लेकर सरकार तेजी से काम कर रही है. जल्द ही एक और सरकारी बैंक को प्राइवेट (bank privatisation latest news) बनाने पर काम किया जा रहा है. वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने बजट में इसके बारे में जानकारी दी थी. बता दें सरकार देश के बैंकिग सिस्टम (Banking system) को सुधारने के लिए कई तरह के बदलाव कर रही है. IDBI Bank के निजीकरण (IDBI Bank privatisation) के लिए बोलियां मार्च तक आमंत्रित किए जाने की संभावना है. 


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मार्च तक बोलियां होंगी आमंत्रित
सूत्रों के हवाले से मिली जानकारी के मुताबिक, श्रीराम ग्रुप IDBI Bank की संभावित बोली लगाने के लिए काम कर रहा है. सरकार ने बताया है कि मार्च तक बोलियां आमंत्रित करने की संभावना है. श्रीराम ग्रुप जल्द ही इसके लिए ईओआई (EoI) जमा कर सकता है. 


एक अलग होल्डिंग स्थापित कर सकता है ग्रुप
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, सूत्रों ने बताया है कि श्रीराम समूह एक फाइनेंसर है, जिसका मुख्यालय चेन्नई में है. फिलहाल यह ग्रुप आईडीबीआई बैंक के निजीकरण में भाग लेने के लिए एक अलग होल्डिंग कंपनी स्थापित कर सकता है.


क्या है श्रीराम ग्रुप का कारोबार?
आर त्यागराजन के नेतृत्व वाली श्रीराम ग्रुप इस समय वाणिज्यिक वाहन वित्तपोषण, दोपहिया वित्तपोषण के साथ ही लघु और मध्यम कारोबार पर फोकस कर रहा है. श्रीराम ग्रुप एक बोलीदाता के रूप में IDBI Bank के लिए एक मंच तैयार कर सकता है. 


दो चरणों में होगा प्राइवेटाइजेशन 
सरकार ने बताया है कि आईडीबीआई बैंक का निजीकरण दो चरणों में किया जाएगा. इसमें रुचि लेने वालों द्वारा पहले ईओआई जमा किए जाएंगे. आरबीआई प्राइवेटाइजेशन प्रक्रिया में भाग लेने वालों की योग्यता का मूल्यांकन किया जाएगा और उन्हें नियामक की “फिट एंड प्रॉपर” परीक्षा पास करने और सरकारी सुरक्षा मंजूरी प्राप्त करने की आवश्यकता होगी.


सरकार बेचेगी हिस्सेदारी
निवेश और सार्वजनिक संपत्ति प्रबंधन विभाग (DIPAM) की ओर से मिली जानकारी के मुताबिक, सरकार और एलआईसी की IDBI Bank में करीब 60.72 फीसदी हिस्सेदारी बेच रही है. उनके पास एक साथ बैंक का 94.72 फीसदी हिस्सा है. 


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