SBI vs Post Office FD Interest Rate: आज के जमाने में महंगाई इतनी बढ़ गई है कि परिवार चलाने के लिए पति और पत्नी दोनों को काम करना पड़ता है. घर के खर्चों को पूरा करने के बाद वे थोड़ी-बहुत बचत करना चाहते हैं तो उन्हें सही विकल्प समझ नहीं आते कि वे अपने पैसों को कहां लगाए. अच्छे निवेश की बात आती है तो लोगों के दिमाग में पहला ध्यान फिक्सड डिपोजिट का ही आता है. इसकी वजह ये है कि इसमें ब्याज सबसे ज्यादा मिलता है.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

बचत के लिए बैंक और डाकघरों में कौन सही?


अब समस्या ये होती है कि बैंकों में फिक्स डिपोजिट करवाना अच्छा होता है या फिर डाक घरों में इसे करवाना ठीक रहता है. अगर आप भी ऐसी ही किसी असमंजस से गुजर रहे हैं तो आज हम आपका सही मार्गदर्शन करते हैं. बैंकों में एक निश्चित अवधि तक जमा होने वाली धनराशि को फिक्स डिपोजिट और पोस्ट ऑफिस (Post Office) में जमा होने वाली रकम को पोस्ट ऑफिस टाइम डिपॉजिट (Time Deposits) कहा जाता है. 


डाकघरों में 6.7 प्रतिशत तक का ब्याज


डाकघरों (Post Office) के टाइम डिपॉजिट खातों में आप 1 से 5 साल तक के लिए पैसे जमा करवा सकते हैं. वहां पर पैसा जमा करवाने पर 1 से 3 साल की अवधि वाले टाइम डिपॉजिट पर 5.5% की दर से ब्याज मिलता है. जबकि 5 साल के लिए निवेश करने पर 6.7% की दर से ब्याज दिया जाता है. 


SBI के FD 6.30 फीसदी तक की ब्याज दरें


अगर देश के सबसे बड़े सरकारी बैंक SBI के FD Rates की बात करें तो वह भी डाकघरों के बराबर ही ब्याज दरें दे रहा है. SBI उपभोक्ताओं को लुभाने के लिए FD पर 2.90 फीसदी से लेकर 5.50 फीसदी तक की ब्याज दरें दे रहा है. वहीं सीनियर सिटीजंस के लिए 3.40 फीसदी से लेकर 6.30 फीसदी तक की ब्याज दरें दे रहा है. 


बचत के लिहाज से पोस्ट ऑफिस ज्यादा बेहतर


अब अगर दोनों के बीच तुलना की जाए तो निवेश के लिहाज से पोस्ट ऑफिस बेहतर नजर आता है. SBI में 5 साल के एफडी करवाने पर 5.5 प्रतिशत की दर से ब्याज मिलता है, जबकि पोस्ट ऑफिस में इसी अवधि के लिए टाइम डिपोजिट करने पर 6.7% ब्याज मिलता है. ऐसे में अगर आप बचत के लिए निवेश करने की सोच रहे हैं तो आप आंख बंद करके डाकघर की योजनाओं में अप्लाई कर सकते हैं. 


(ये ख़बर आपने पढ़ी देश की नंबर 1 हिंदी वेबसाइट Zeenews.com/Hindi पर)