नई दिल्ली: वित्त मंत्रालय ने जीएसटी पर सेस लगाने या टैक्स बढ़ाने की बात सिरे से खारिज की है. वित्त मंत्रालय के सूत्र बताते हैं कि कुछ लोग बेवजह ये फैला रहे हैं कि वित्त मंत्रालय कोरोना से निपटने के लिए टैक्स बढ़ाने या जीएसटी पर आपदा सेस लगाने का विचार कर रहा है.


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वित्त मंत्रालय के सूत्र बताते हैं कि इस तरह की खबरों में कोई दम नहीं है. एक तरफ जहां कोरोना  से निपटने की कवायद चल रही है ऐसी स्थिति में टैक्स बढ़ाने का सोचना भी अपने पैर पर कुल्हाड़ी मारने जैसा है. उद्योग कोरोना की वजह से वैसे ही परेशानी का सामना कर रहे हैं. लेबर की समस्या से जूझ रहे हैं, ऐसे में टैक्स बढ़ाने या कोई नया सेस लगाने का सवाल ही पैदा नहीं होता. 


जानकार बताते हैं कि अर्थव्यवस्था में कंज्यूमर डिमांड की समस्या है, ऐसे में किसी भी टैक्स रेट को छेड़ना ठीक नहीं है, और मान लो छेड़ा तो इससे कोई बहुत ज्यादा फायदा मिलने वाला नहीं है. जीएसटी देने वाले खुद संकट से जूझ रहे हैं, तो उनके कल्याण का सोचा जाना चाहिए न कि उन पर कोई परेशानी लादनी चाहिए, इसे सेंटीमेंट भी खराब होता है और इसका असर भारत की अर्थव्यवस्था पर भी पड़ेगा. लिहाजा वित्त मंत्रालय इस बारे में कुछ भी नहीं सोच रहा है न इस तरह का विचार कर रहा है और अगर कहीं से कोई खबर फैला रहा है तो इस तरह की खबर निराधार है.


सूत्रों के मुताबिक, सरकार दो मेन फ्रंट पर जूझ रही है एक तो कोरोना से निपटने के फ्रंट पर दूसरा कोरोना के मामले में गलत खबर यानी फेक न्यूज के फ्रंट पर. ये फेक न्यूज वाले जानबूझकर इस तरह की खबरें फैलाते हैं जिससे लोगों में पैनिक हो और अर्थव्यवस्था पर बुरा असर पड़े.


सूत्र यह भी बताते हैं कि एक तरफ सरकार राहत पैकेज दे रही है और एक तरफ अगर वह ऐसा करेगी तो यह नैतिक भी नहीं होगा.


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