नई दिल्ली : लगभग एक अरब डॉलर लेकर फ्लिपकार्ट (Flipkart) से बाहर निकले सचिन बंसल ने अब बेंगलुरु स्थित मुख्यालय वाली कंपनी चैतन्य रूरल इंटरमीडिएशन डेवलपमेंट सर्विसिस प्रा. लि. (CRIDS) में 740 करोड़ रुपये (10.4 करोड़ डॉलर) का निवेश किया है, जो एक गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनी (NBFC) है. फ्लिपकार्ट के पूर्व सीईओ और सह-संस्थापक माइक्रो-फाइनेंस कंपनी CRIDS के CEO (मुख्य कार्यकारी अधिकारी) का पदभार संभालेंगे. CRIDS की स्थापना 2012 में एक एनबीएफसी के रूप में की गई थी, ताकि देश की ग्रामीण आबादी की वित्तीय जरूरतों को पूरा किया जा सके.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

यह कर्नाटक, बिहार, झारखंड, महाराष्ट्र और उत्तर प्रदेश जैसे राज्यों में ग्रामीण समुदायों में कर्ज बांटती है और वित्तीय साक्षरता अभियान चलाती है. सीआरआईडीएस के सह-संस्थापक समित शेट्टी और आनंद राव अपनी भूमिकाओं में बने रहेंगे. बंसल ने एक बयान में कहा, 'इस अधिग्रहण के साथ हम वित्तीय सेवाओं में प्रवेश कर रहे हैं.' उन्होंने आगे कहा, 'समित और आनंद ने एक अच्छी कंपनी बनाई है, जो उन लोगों को कर्ज देती है, जिनकी औपचारिक वित्त तक पहुंच नहीं है. मैं समित और आनंद के साथ मिलकर काम करने और उनके द्वारा किए गए काम को आगे बढ़ाने के लिए तत्पर हूं.'


उन्होंने कहा कि यह एड-ऑन टूट-फूट या प्लास्टिक/रबर, फाइबर, धातु और पेंट जैसे पार्ट को बदलने के कारण होने वाले नुकसान की लागत को कम करने में मदद करता है. बाढ़ या जल भराव के कारण आपके वाहन के बंद होने की स्थिति में रोड साइड असिस्टेंस भी उपयोगी साबित हो सकता है.



उन्होंने कहा कि इंजन में पानी आने से जुड़ा नुकसान बेसिक पॉलिसी में शामिल नहीं होता है. इसलिए, किसी भी तरह के वित्तीय नुकसान से बचने के लिए इंजन प्रोटेक्टर ऐड-ऑन इंश्योरेंस लेना चाहिए. इसके अलावा, एक इंजन प्रोटेक्टर ऐड-ऑन तेल रिसाव के कारण इंजन को हुए नुकसान के जोखिम को भी कवर करता है, भले ही कार की कोई दुर्घटना न हुई हो.