F&O में निवेश करने वालों के लिए वित्त मंत्री का अलर्ट, आने वाले समय में हो सकती है परेशानी
Share Market Tips: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि बाजार नियामक सेबी के एक स्टडी से पता चला है कि 10 में से नौ खुदरा निवेशकों को फ्यूचर एंड ऑप्शन में नुकसान होता है.
Futures & Option Market: अगर आप भी शेयर बाजार के फ्यूचर एंड ऑप्शन (Futures & Option) सेग्मेंट में इनवेस्ट करते हैं तो यह खबर आपके काम की है. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitharaman) ने आगाह किया कि खुदरा निवेशक F&O के रिस्की कारोबार में आने और इसमें ‘बेलगाम तेजी’ भविष्य में परिवारों की जमा-पूंजी के लिए मुश्किल खड़ी कर सकती है. उन्होंने बीएसई के एक कार्यक्रम में कहा, ‘फ्यूचर एंड ऑप्शन सेग्मेंट में रिटेल बिजनेस में कोई भी बेलगाम तेजी न केवल बाजार के लिए बल्कि निवेशकों की भावनाओं और परिवार के स्तर पर जमा-पूंजी को लेकर भी आने वाले समय में समस्याएं पैदा कर सकती है.’
10 में से नौ रिटेल निवेशकों को हुआ नुकसान
सीतारमण ने कहा, ‘पारिवारिक बचत में एक पीढ़ीगत बदलाव हुआ है. हम उसे सुरक्षित रखना चाहते हैं.’ बाजार नियामक सेबी के एक स्टडी से पता चला है कि 10 में से नौ खुदरा निवेशकों को फ्यूचर एंड ऑप्शन में नुकसान होता है. वित्त मंत्री ने बीएसई से कड़े अनुपालन और मजबूत नियामकीय मानकों के जरिये निवेशकों का भरोसा बढ़ाने के लिए सेबी (SEBI) के साथ मिलकर काम करने की अपील की. उन्होंने कहा कि बीएसई और एनएसई को जोखिम को कम करना चाहिए और बाजार की स्थिरता सुनिश्चित करनी चाहिए.
वित्त मंत्री ने एफएंडओ सेगमेंट पर आगाह किया
सीतारमण ने कहा, 'हम ऐसे तरीकों पर काम कर रहे हैं जिनसे कारोबार को सुविधाजनक बनाया जा सके. लेकिन जिन देशों के पास पूंजी नहीं है, उन्हें व्यापार के बिना नहीं छोड़ा जा सकता है. वे सामान खरीदना और बेचना चाहते हैं. ऐसे समाधान पर हम काम कर रहे हैं.' पोस्ट ऑफिस और बैंक डिपॉजिट से लेकर म्यूचुअल फंड और कैपिटल मार्केट तक बचत में आए बदलाव पर बात करने के बाद सीतारमण ने एफएंडओ सेगमेंट पर आगाह किया.
पिछले साल, सेबी की एक स्टडी से सामने आया कि इक्विटी F&O सेगमेंट में कारोबार करने वाले 10 में से 9 खुदरा निवेशकों को घाटा होता है. स्टडी के बाद सेबी की चेयरमैन माधबी पुरी बुच ने इस पर हैरानी जताई कि इतनी जानकारी होने के बावजूद इतने निवेशक इस सेगमेंट में कारोबार करते हैं. F&O को बहुत जोखिम भरा माना जाता है क्योंकि इसमें कम शुरुआती राशि से बड़ा दांव लगाया जा सकता है, जिससे बड़ा घाटा भी हो सकता है.