Gautam Adani: अरबपति गौतम अडानी सौर और पनबिजली संयंत्रों पर ध्यान केंद्रित करते हुए भूटान के गेलेफू माइंडफुलनेस सिटी में निवेश पर विचार कर रहे हैं. इस परियोजना का लक्ष्य इस क्षेत्र को एक आर्थिक केंद्र में बदलना है. इसके तहत नवीकरणीय ऊर्जा, एक अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा और बुनियादी ढांचे का विकास शामिल है. ईटी की एक रिपोर्ट के मुताबिक, इसके लिए बातचीत चल रही है और 2024 के मध्य में काम शुरू होने की उम्मीद है.


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गेलेफू के गवर्नर लोटे शेरिंग ने ब्लूमबर्ग से बातचीत में कहा कि भूटान भारत के बॉर्डर के पास 1,000 वर्ग किलोमीटर टाउनशिप के भीतर सौर और पनबिजली संयंत्र विकसित करने के लिए एशिया के दूसरे सबसे अमीर व्यक्ति के नेतृत्व वाले अडानी ग्रुप के साथ जुड़ रहा है.


विदेशी सरजमीं पर पांव फैला रहा अडानी ग्रुप


भूटान की निवेश पहल भारत के साथ उसके लंबे समय से चले आ रहे गठबंधन को रेखांकित करती है, जो क्षेत्र में चीन के बढ़ते प्रभाव का मुकाबला करने के लिए भूटान के विकास को रणनीतिक मानता है. यह साझेदारी अडानी ग्रुप के लिए इज़राइल, केन्या, श्रीलंका, बांग्लादेश और वियतनाम में अपनी मौजूदा अंतरराष्ट्रीय परियोजनाओं के साथ जुड़कर अपने ग्रीन एनर्जी पोर्टफोलियो को मजबूत करने का बेहतर मौका है.


पूरे एशियाई मार्केट पर अडानी की नजर


भूटान के पूर्व प्रधानमंत्री और गेलेफू के गवर्नर लोटे शेरिंग ने आगे कहा कि गेलेफू क्षेत्र में नवीकरणीय ऊर्जा परियोजनाओं के लिए सैकड़ों साइटों की पहचान की गई है. 20 गीगावाट की अनुमानित क्षमता वृद्धि के साथ, परियोजना का लक्ष्य एक स्थायी ऊर्जा नेटवर्क स्थापित करना है. इसमें सड़कों, पुलों और सुविधाओं के निर्माण के लिए नियोजित अनुबंध शामिल हैं जो पूरे एशिया से निवेशकों को आकर्षित कर सकते हैं.