Gold Price: इतना सस्ता क्यों हुआ सोना...7 महीने के लो लेवल पर गोल्ड, क्या खरीदने का सही समय?
Gold Silver Price Latest Update: इंटरनेशनल मार्केट में खासकर अमेरिकी बाजार में दबाव से सोने नीचे गिर रहा है. इंटरनेशल मार्केट में बुधवार को सोना गिरकर 1827.40 डॉलर प्रति औंस तक पहुंच गया. करीब चार महीने पहले ही यह 2,085.40 डॉलर प्रति औंस के रिकॉर्ड लेवल पर पहुंच गया था.
Gold-Silver Price: सोने (Gold) के दाम में पिछले कुछ समय से तेजी से गिरावट देखने को मिल रही है. इंटरनेशनल मार्केट में चल रही उथल-पुथल के कारण सोने में भारी दबाव देखा जा रहा है. सोने का रेट 5000 रुपये प्रति 10 ग्राम से भी ज्यादा टूट गया है. ऐसे में आपके मन में भी सवाल होगा कि क्या सोना खरीदने का यह सही समय है या नहीं? नवरात्रि से फेस्टिव सीजन शुरू हो जाएगा. इस दौरान सोने-चांदी की डिमांड बढ़ जाती है. दिवाली और धनतेरस के मौके पर भारत में सोना-चांदी खरीदने की परंपरा रही है.
61700 रुपये के रिकॉर्ड पर पहुंच गया था सोना
इंटरनेशनल मार्केट में खासकर अमेरिकी बाजार में दबाव से सोने नीचे गिर रहा है. इंटरनेशल मार्केट में बुधवार को सोना गिरकर 1827.40 डॉलर प्रति औंस तक पहुंच गया. करीब चार महीने पहले ही यह 2,085.40 डॉलर प्रति औंस के रिकॉर्ड लेवल पर पहुंच गया था. इसी तरह चांदी भी 0.48 फीसदी गिरकर 21.28 डॉलर प्रति औंस पर पहुंच गई. भारतीय सर्राफा बाजार में भी सोने की कीमत मई के पहले हफ्ते में 61700 रुपये के रिकॉर्ड लेवल पर पहुंच गई थी. उस लेवल से अब तक सोना 5000 रुपये प्रति 10 ग्राम से ज्यादा टूट गया है.
भारत में सोने चांदी का हाल
गुरुवार सुबह मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज पर सोने-चांदी में मामूली तेजी देखी जा रही है. सुबह के समय चांदी 467 रुपये प्रति किलो की तेजी के साथ 67352 रुपये पर कारोबार कर रही है. इसी तरह सोना 149 रुपये चढ़कर 56870 रुपये प्रति 10 ग्राम पर ट्रेड कर रहा है. सर्राफा बाजार की बात करें तो बुधवार को बंद हुए कारोबारी सत्र में सोना 56653 रुपये प्रति 10 ग्राम और चांदी 67446 रुपये प्रति किलो पर बंद हुई. सर्राफा में चांदी का भाव चार महीने पहले 77280 रुपये के रिकॉर्ड लेवल पर पहुंच गया था. चार महीने पहले के स्तर से इसमें करीब 10 हजार रुपये की गिरावट देखी जा रही है.
सोने-चांदी में क्यों आई गिरावट
सोने की कीमत मार्केट की डिमांड और सप्लाई के बेस पर तय होती हैं. सोने की मांग बढ़ने के साथ इसका रेट भी बढ़ेगा. वैश्विक आर्थिक परिस्थितियां इसके रेट को ज्यादा प्रभावित करती है. उदाहरण के तौर पर बात करें यदि वैश्विक अर्थव्यवस्था खराब प्रदर्शन करती है तो निवेशक सुरक्षित विकल्प के रूप में सोने में निवेश शुरू कर देते हैं. इससे सोना तेजी के साथ बढ़ने लगता है. पिछले दिनों कोरोना महामारी के समय पर सोने के रेट में तेजी आने का यही कारण रहा. सोना फिलहाल कई महीने के निचले स्तर पर कारोबार कर रहा है. आने वाले फेस्टिव सीजन में डिमांड बढ़ने से इसमें तेजी की संभावना दिखाई दे रही है. ऐसे में इसमें निवेश आपके लिए फायदे का सौदा हो सकता है.