सैन फ्रांसिस्को : गूगल यौन उत्पीड़न के आरोपी पूर्व भारतीय कार्यकारी को कंपनी से हटने के लिए 4.5 करोड़ डॉलर का पैकेज देने पर सहमत हुआ. यह मामला भारत में जन्मे अमित सिंघल से जुड़ा है. अमित पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगा था और इसके चलते 2016 में उन्हें कंपनी से इस्तीफा देना पड़ा था. मीडिया में प्रकाशित खबरों के अनुसार पहले इस पैकेज के बारे में सार्वजनिक जानकारी उपलब्ध नहीं थी.


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पूरे मामले में इस रकम का खुलासा किया गया
सिंघल कंपनी में वरिष्ठ उपाध्यक्ष के पद पर कार्यरत थे. उनके पास 2016 तक गूगल के सर्च परिचालन की जिम्मेदारी थी. सिंघल पर गूगल की एक कर्मचारी ने बाहर के एक कार्यक्रम के दौरान उसे पकड़ने का आरोप लगाया था. यह जानकारी गूगल की मदर कंपनी एल्फाबेट के एक शेयरधारक द्वारा दायर कानूनी वाद के बाद सोमवार को सामने आई. पूरे मामले में इस रकम का खुलासा किया गया है.


शेयरधारक ने कंपनी के निदेशक मंडल के सदस्यों पर आरोप लगाया कि बोर्ड के सदस्यों ने उत्पीड़न के आरोपी कार्यकारी को कंपनी से बाहर निकालने के बजाय इतनी मात्रा में भुगतान करके अपनी जिम्मेदारियों का ठीक से निर्वहन नहीं किया है. यह वाद जनवरी में कैलिफोर्निया सुपीरियर अदालत में दायर किया गया था. सोमवार को इसका एक संशोधित संस्करण अदालत में दाखिल किया गया.



संशोधित वाद के मुताबिक गूगल सिंघल को दो साल के लिए हर साल 1.5 करोड़ डॉलर की राशि देने पर सहमत हुआ था और तीसरे साल में उन्हें 50 लाख डॉलर से 1.5 करोड़ डॉलर की राशि दी जानी थी. सिंघल ने इस पर कोई टिप्पणी नहीं की है. सिंघल का जन्म उत्तर प्रदेश के झांसी में हुआ और उन्होंने आईआईटी रुड़की से इंजीनियरिंग की डिग्री हासिल की. वह 15 साल तक गूगल के सर्च की अहम टीम का हिस्सा रहे.