What is Dark Patterns: ‘डार्क पैटर्न’ को लेकर लोगों को काफी अलर्ट रहने के लिए कहा जा रहा है. वहीं अब सरकार की ओर से भी कदम उठाया गया है और सरकार ने लोगों से भी राय मांगी है. दरअसल, सरकार ने डार्क पैटर्न की रोकथाम और नियमन के लिए तैयार मसौदा दिशा-निर्देशों पर सार्वजनिक टिप्पणियां मांगी हैं. इससे लोगों की राय को भी जाना जा सकेगा. हालांकि ज्यादातर लोगों को पता नहीं है कि आखिर डार्क पैटर्न क्या होता है. ऐसे में आइए जानते हैं इसके बारे में...


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डार्क पैटर्न
दरअसल, डार्क पैटर्न से तात्पर्य ऐसी रणनीति से है, जिसके जरिए लोगों को ऑनलाइन तौर पर धोखा दिया जा सके.  सीधे तौर पर इस रणनीति से ऑनलाइन ग्राहकों को धोखा देने या उनकी पसंद में हेरफेर किया जाता है. वहीं अब उपभोक्ता मामलों के मंत्रालय के जरिए जारी मसौदा दिशा-निर्देशों में ऑनलाइन मंचों के जरिए अपनाई जा रही विभिन्न भ्रामक प्रथाओं को लिस्ट किया गया, जो उपभोक्ताओं के हितों के खिलाफ हैं.


सुझाव या टिप्पणियां
आधिकारिक बयान के अनुसार मंत्रालय ने 30 दिन के भीतर पांच अक्टूबर तक मसौदा दिशानिर्देशों पर सार्वजनिक टिप्पणियां/सुझाव मांगे हैं. मंत्रालय के अनुसार, दिशानिर्देश विक्रेताओं और विज्ञापनदाताओं सहित सभी लोगों और ऑनलाइन मंचों पर लागू किए जाएंगे. ऐसे में जो लोग भी इसके लिए सुझाव या टिप्पणियां देना चाहें, वो दे सकते हैं.


निष्पक्ष और पारदर्शी बाजार को बढ़ावा
मंत्रालय ने कहा कि वह उपभोक्ता हितों की रक्षा करने और एक निष्पक्ष और पारदर्शी बाजार को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध है. उसने कहा, ‘‘प्रस्तावित दिशानिर्देश उद्योग को और मजबूत करेंगे और उपभोक्ता के हितों की रक्षा करेंगे.’’ दरअसल सरकार ग्राहकों के साथ होने वाली धोखाधड़ी पर लगाम लगाने की तैयारी कर रही है और इसके जरिए सरकार ने एक कदम भी उठाया है, ताकी आने वाले दिनों में ग्राहकों को ऑनलाइन धोखाधड़ी से सुरक्षा दिलाई जा सके. (इनपुट: भाषा)