Bank Loan: केंद्र सरकार ने सोमवार को कहा है कि कुछ बैंकों का ब्याज दर ज्यदा है और उन्हें इसे सस्ता करने के लिए कदम उठाने की जरूरत है. केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने स्टेट बैंक द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में कहा कि बैंक ब्याज दरें कुछ लोगों के लिए बेहद दबाव वाली हैं, और उन्हें सस्ता बनाने के लिए कदम उठाने की जरूरत है.
 
वित्त मंत्री ने आर्थिक वृद्धि में सुस्ती की आशंका के बारे में व्यापक चिंताओं के बीच भरोसा दिलाया कि सरकार घरेलू और वैश्विक चुनौतियों से पूरी तरह अवगत है. उन्होंने कहा कि अनावश्यक चिंता करने की कोई जरूरत नहीं है. 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

बैंक ब्याज दरें अधिक सस्ती होनी चाहिएः सीतारमण


सीतारमण ने कहा, "महत्वपूर्ण बात यह है कि जब आप भारत की वृद्धि की आवश्यकताओं को देखते हैं, और कई तबकों से यह राय सामने आती है कि उधार लेने की लागत वास्तव में बेहद दबाव बढ़ाने वाली है. ऐसे समय में जब हम चाहते हैं कि उद्योग तेजी से आगे बढ़ें और क्षमता निर्माण हो, बैंक ब्याज दरें कहीं अधिक सस्ती होनी चाहिए." 


उन्होंने भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) के वार्षिक व्यापार और आर्थिक सम्मेलन में बैंकों से ऋण देने के अपने मूल काम पर ध्यान केंद्रित करने को कहा. वित्त मंत्री ने कहा कि बीमा उत्पादों की गलत ढंग से बिक्री भी अप्रत्यक्ष रूप से किसी व्यक्ति या संस्था के लिए कर्ज लेने की लागत को बढ़ाती है. 


इस साल 500 और ब्रांच खोलेगा SBI: वित्त मंत्री


वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) चालू वित्त वर्ष में अपने कुल नेटवर्क को 23,000 तक पहुंचाने के लिए 500 और शाखाएं खोलेगा. उन्होंने कहा कि बैंक का आकार 1921 के बाद से काफी बढ़ गया है. उस समय तीन प्रेजिडेंसी बैंकों का विलय कर इंपीरियल बैंक ऑफ इंडिया (आईबीआई) बना था.