PMJDY: सड़क, परिवहन एवं राजमार्ग राज्य मंत्री हर्ष मल्होत्रा ​​ने कहा कि केंद्र की मोदी सरकार ने पिछले 10 साल में गरीबों के लिए 200 से ज्‍यादा योजनाएं शुरू की हैं. कॉरपोरेट मामलों के राज्यमंत्री मल्होत्रा ​​ने कहा कि प्रधानमंत्री जन-धन योजना (PMJDY) ने गरीबों को बैंकिंग इकोस‍िस्‍टम में लाकर उनकी सबसे बड़ी समस्या का समाधान किया है. उन्होंने कहा, 'मौजदूा समय में 54 करोड़ से ज्‍यादा जन-धन अकाउंट हैं और इनमें कुल 2.39 लाख करोड़ रुपये जमा हैं. योजना में शुरुआत से 15 गुना से ज्‍यादा की वृद्धि है.


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37. करोड़ रुपे कार्ड जारी किए गए


मंत्री ने कहा कि यह योजना ग्रामीण, अर्ध-शहरी क्षेत्रों और महिलाओं के बीच विशेष रूप से सफल रही है. करीब 66 प्रतिशत अकाउंट इन क्षेत्रों से आए हैं. इसके अलावा, उन्होंने कहा कि पीएमजेडीवाई (PMJDY) खाताधारकों को 37.02 करोड़ रुपे कार्ड जारी किए गए हैं, जिससे प्रति खाता औसत जमा राशि में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है. उनके अनुसार, 14 अगस्त 2024 तक जन-धन खातों में औसत जमा राशि 4,352 रुपये थी.


सभी मोर्चों पर गरीबी के खिलाफ लड़ाई लड़ी
उन्होंने कहा, 'सरकार ने सभी मोर्चों पर गरीबी के खिलाफ लड़ाई लड़ी है और इसका असर यह हुआ क‍ि पिछले 10 साल में 25 करोड़ लोग गरीबी से बाहर आए हैं.' मल्होत्रा ​​ने बताया कि अकेले दिल्ली में 65 लाख जन-धन खाते हैं, जिनमें कुल 3,114 करोड़ रुपये जमा हैं. इसके साथ ही रुपे कार्ड के 50 लाख लाभार्थी हैं. मंत्री ने इस बात पर भी जोर दिया कि पीएमजेडीवाई (PMJDY) और जेएएम (जनधन-आधार-मोबाइल) की सफलता ने वित्तीय समावेशन को बढ़ाया है.


केंद्रीय मंत्री ने कहा क‍ि 30 नवंबर 2024 तक देशभर में करीब 36 करोड़ आयुष्मान कार्ड बनाए जा चुके हैं. इस योजना के तहत कुल 29,929 अस्पताल ल‍िस्‍टेड हैं, जिनमें 13,222 प्राइवेट अस्पताल भी शामिल हैं. (इनपुट भाषा से)