Hindenburg vs Adani Saga: हिंडनबर्ग ने SEBI चीफ की चुप्पी पर उठाए सवाल, इवेंट में जाने का प्रोग्राम भी किया रद्द
Hindenburg Allegations: डेढ़ साल से भी ज्यादा समय पहले हिंडनबर्ग रिसर्च की तरफ से अडानी ग्रुप पर शेयरों की कीमत के साथ छेड़छाड़ करने का आरोप लगाया था. इसके बाद अगस्त के महीने में हिंडनबर्ग ने सेबी चीफ माधबी पुरी बुच पर अडानी ग्रुप से कारोबारी रिश्तों की बात कही थी.
Madhabi Buch Mumbai Event: सेबी चीफ माधबी पुरी बुच पर पिछले दिनों में कई गंभीर आरोप लगे हैं. इन आरोपों में सत्ता का गलत इस्तेमाल और अपने स्वार्थ के लिए काम करना शामिल है. इस बीच बुच ने मुंबई में होने वाले एक कार्यक्रम में हिस्सा नहीं लेने का फैसला किया. इस कार्यक्रम में उन्हें मुख्य वक्ता के रूप में बोलना था. यह सबसे ऐसे समय में हुआ है जब बुच ने अमेरिकी शॉर्ट सेलर फर्म हिंडनबर्ग रिसर्च की तरफ से अपने खिलाफ लगे आरोपों पर सार्वजनिक रूप से कोई जवाब नहीं दिया है. हिंडनबर्ग हिंडनबर्ग ने एक दिन पहले सेबी चेयरपर्सन माधबी पुरी बुच पर सवालों और आरोपों की बौछार की है। रिसर्च फर्म ने इस बार सेबी चेयरपर्सन पर कई गंभीर आरोप लगाए। इन आरोपों में बुच पर पद के दुरुपयोग का आरोप लगाते हुए कहा गया कि SEBI चेयरपर्सन ने Whole-Time Member रहते हुए चार कंपनियों से पेमेंट हासिल किया है. इससे पहले 10 अगस्त को जारी एक रिपोर्ट में बुच पर अडानी ग्रुप से कारोबारी रिश्ते होने का आरोप लगाया गया था.
बुच और अडानी ग्रुप ने पिछले महीने आरोपों को निराधार बताया
अब हिंडनबर्ग रिसर्च ने सेबी (SEBI) चीफ माधबी पुरी बुच के ‘अनुचित व्यवहार, हितों के टकराव और सेबी के मेंबर के रूप में काम करते कंपनियों से भुगतान स्वीकार करने’ के नए आरोपों को लेकर ‘चुप्पी’ पर सवाल उठाया है. हिंडनबर्ग ने जनवरी, 2023 में अडानी ग्रुप पर स्थानीय बाजार नियमों से बचने के लिए टैक्स हेवन देशों का इस्तेमाल करने का आरोप लगाया था. हिंडनबर्ग ने पिछले महीने आरोप लगाया था कि अडानी ग्रुप के खिलाफ धीमी जांच के पीछे सेबी चेयरपर्सन बुच के पिछले निवेश और सौदे हो सकते हैं. हालांकि, बुच और अडानी ग्रुप ने पिछले महीने के आरोपों से इनकार किया था.
कांग्रेस पार्टी ने भी सेबी चीफ पर कई आरोप लगाए
विपक्षी कांग्रेस पार्टी ने भी हाल के दिनों में सेबी चीफ के खिलाफ कई आरोप लगाए हैं. कांग्रेस का कहना है कि एक ऐसी कंपनी में 99 प्रतिशत शेयर रखना जो ‘आज तक सक्रिय रूप से एडवाइजरी सर्विस दे रही है’ और उनके पति धवल बुच द्वारा उन कंपनियों से इनकम करना गलत है, जिनका फैसला उनके द्वारा किया जा रहा था. बुच की तरफ से अभी तक आरोपों पर किसी तरह की प्रतिक्रिया नहीं दी है. वह गुरुवार को मुंबई में ‘एनबीएफआईडी इंफ्रास्ट्रक्चर कॉन्क्लेव’ में जाने वाली थीं लेकिन उन्होंने बाद में वहां जाने का कार्यक्रम रद्द कर दिया. बुच को सम्मेलन में मुख्य वक्ता के रूप में बुलाया गया था.
हिंडनबर्ग ने फिर बोला हमला
हिंडनबर्ग ने ‘एक्स’ पर लिखा, 'नए आरोप सामने आए हैं कि प्राइवेट एडवाइजर कंपनी, जिसका 99 प्रतिशत मालिकाना हक सेबी प्रमुख माधबी बुच के पास है ने सेबी की तरफ से रेग्युलेट कई लिस्टेड कंपनियों से सेबी फुल टाइम मेंबर के रूप में उनके कार्यकाल के दौरान पेमेंट स्वीकार किया. हिंडनबर्ग ने कहा कि इसमें कहा गया है कि ये आरोप ‘बुच की भारतीय परामर्शदाता इकाई पर लागू होते हैं, जबकि बुच की सिंगापुर स्थित इकाई के बारे में अभी तक कोई विवरण नहीं दिया गया है.’ हिंडनबर्ग ने कहा कि ‘बुच ने सभी उभरते मुद्दों पर हफ्तों तक पूरी तरह से चुप्पी बनाए रखी है.’
हिंडनबर्ग ने 11 अगस्त को आरोप लगाया था कि बुच ने पहले भी एक विदेशी कोष में निवेश किया था, जिसका इस्तेमाल अदाणी समूह द्वारा भी किया गया था. बुच और उनके पति ने इन आरोपों से इनकार किया था. इसके बाद से कांग्रेस और जी समूह के चेयरमैन सुभाष चंद्रा ने उन पर आरोप लगाए हैं, लेकिन उन्होंने अभी तक कोई जवाब नहीं दिया है. (इनपुट भाषा से भी)