नए फाइनेंशियल ईयर में घरों की बिक्री में तेजी, इन शहरों की बिक्री ने किया निराश
Repo Rate: बेंगलुरु में बिक्री 19 प्रतिशत गिरकर 8,350 इकाइयों से 6,790 इकाइयों पर आ गई जबकि चेन्नई में पांच प्रतिशत घटकर 3,210 इकाइयों से 3,050 इकाई रह गई. दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र में भी घरों की बिक्री साल भर पहले के 4,510 इकाई से 28 प्रतिशत गिरकर 3,230 इकाई रह गई.
Housing Sales: देश के आठ प्रमुख शहरों में अप्रैल-जून तक घरों की बिक्री सालाना आठ प्रतिशत बढ़कर 80,250 यूनिट हो गई. मुंबई और पुणे में मांग बढ़ने से यह बिक्री बढ़ी है. एक आवासीय ब्रोकरेज फर्म ने शीर्ष आठ शहरों में हाउसिंग प्रोजेक्ट की अप्रैल-जून अवधि के बिक्री आंकड़े जारी करते हुए यह जानकारी दी. एक साल पहले की समान अवधि में 74,320 हाउसिंग यूनिट की बिक्री हुई थी.
रिपोर्ट के अनुसार चालू वित्त वर्ष के पहले तीन महीनों में देश के तीन शहरों मुंबई, पुणे और अहमदाबाद में घरों की बिक्री बढ़ी है। लेकिन 5 शहरों दिल्ली-एनसीआर, बेंगलुरु, हैदराबाद, चेन्नई और कोलकाता में घरों की बिक्री घटी है. आरईए इंडिया के समूह मुख्य वित्तीय अधिकारी विकास वधावन ने कहा, 'शीर्ष आठ आवासीय बाजारों की वृद्धि का सिलसिला जारी है. प्रमुख उधारी दर में बढ़ोतरी न करने के रिजर्व बैंक के फैसले से आवासीय संपत्तियों को खरीदने के लिए मजबूत सकारात्मक भावनाओं को बनाए रखने में मदद मिली.'
रिपोर्ट के अनुसार, अप्रैल-जून अवधि में अहमदाबाद में घरों की बिक्री 17 प्रतिशत बढ़कर 8,450 इकाई हो गई जबकि एक साल पहले 7,240 घर बिके थे. बेंगलुरु में बिक्री 19 प्रतिशत गिरकर 8,350 इकाइयों से 6,790 इकाइयों पर आ गई जबकि चेन्नई में पांच प्रतिशत घटकर 3,210 इकाइयों से 3,050 इकाई रह गई. दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र में भी घरों की बिक्री साल भर पहले के 4,510 इकाई से 28 प्रतिशत गिरकर 3,230 इकाई रह गई.
इसके अलावा हैदराबाद में भी मांग तीन प्रतिशत और कोलकाता में 40 प्रतिशत कम हुई है. हालांकि मुंबई महानगर क्षेत्र (एमएमआर) में घरों की बिक्री 16 प्रतिशत बढ़कर 30,260 इकाई हो गई, जो एक साल पहले की अवधि में 26,160 इकाई थी. पुणे में भी अप्रैल-जून के दौरान बिक्री 37 प्रतिशत बढ़कर 18,850 इकाई हो गई, जबकि पिछले वर्ष की समान अवधि में 13,720 घरों की बिक्री हुई थी. आरईए इंडिया की शोध प्रमुख अंकिता सूद ने कहा कि एमएमआर और पुणे का इन आठ शहरों में बिके कुल घरों में 61 प्रतिशत अंशदान रहा है.