Hyundai India IPO: पहले दिन क्या रहा देश के सबसे बड़े IPO का हाल, ऑटो सेक्टर के लिए क्यों है खास?
Hyundai IPO: आईपीओ को पहले दिन 9 लाख से ज्यादा आवेदन मिले. खुदरा व्यक्तिगत निवेशकों (RII) कैटेगरी में 26 प्रतिशत सब्सक्रिप्शन मिला, जबकि नॉन इंस्टीट्यूशन इनवेस्टर की कैटेगरी केा 13 प्रतिशत सब्सक्रिप्शन मिला.
Upcoming IPO: साउथ कोरियाई व्हीकल मैन्युफैक्चरिंग कंपनी हुंदई की इंडियन यूनिट हुंदई मोटर इंडिया लिमिटेड के आईपीओ (IPO) को बोली के पहले दिन 18 प्रतिशत सब्सक्राइब किया गया. एनएसई के आंकड़ों के अनुसार, 27870 करोड़ रुपये के आईपीओ (IPO) के तहत 1,77,89,457 शेयरों के लिए बोलियां मिलीं, जबकि पेशकश 9,97,69,810 शेयर की है. आईपीओ को पहले दिन 9 लाख से ज्यादा आवेदन मिले. खुदरा व्यक्तिगत निवेशकों (RII) कैटेगरी में 26 प्रतिशत सब्सक्रिप्शन मिला, जबकि नॉन इंस्टीट्यूशन इनवेस्टर की कैटेगरी केा 13 प्रतिशत सब्सक्रिप्शन मिला.
एंकर निवेशकों से 8,315 करोड़ रुपये जुटाए
क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर (QIB) का कोटा 5 प्रतिशत भरा. हुंदई मोटर इंडिया लिमिटेड (HMIL) ने एक दिन पहले एंकर निवेशकों से 8,315 करोड़ रुपये जुटाए थे. यह अब तक देश का सबसे बड़ा आईपीओ होगा. इससे पहले पब्लिक सेक्टर की इंश्योरेंस कंपनी भारतीय जीवन बीमा निगम (LIC) का 21,000 करोड़ रुपये का आईपीओ सबसे बड़ा था. कंपनी ने बताया कि एचएमआईएल (HMIL) का आईपीओ 17 अक्टूबर को बंद होगा.
दो दशक के बाद आ रहा किसी कंपनी का आईपीओ
कंपनी ने कहा कि प्रस्तावित आईपीओ पूरी तरह प्रमोटर हुंदई मोटर कंपनी द्वारा 14,21,94,700 इक्विटी शेयरों की बिक्री पेशकश (OFS) पर बेस्ड है. यह आईपीओ भारतीय उद्योग के लिए अहम है क्योंकि दो दशक के बाद कोई व्हीकल मैन्युफैक्चरिंग कंपनी अपना आईपीओ ला रही है. इससे पहले मारुति सुजुकी 2003 में आईपीओ लाई थी. मूल कंपनी हुंदई बिक्री पेशकश के जरिये अपनी कुछ हिस्सेदारी बेच रही है.
चूंकि यह सार्वजनिक निर्गम पूरी तरह से ओएफएस है, इसलिए एचएमआईएल को आईपीओ से कोई राशि नहीं मिलेगी. ऊपरी मूल्य दायरे पर आईपीओ का आकार 27,870 करोड़ रुपये और कंपनी का बाजार मूल्यांकन निर्गम के बाद लगभग 1.6 लाख करोड़ रुपये आंका गया है. एचएमआईएल ने 1996 में भारत में परिचालन शुरू किया था और यह विभिन्न खंड में 13 मॉडल बेच रही है.