Power Consumption: देश में बिजली की खपत ने बनाया रिकॉर्ड, कंजम्पशन का आंकड़ा सुनकर फट जाएगा दिमाग
Electricity Temperature: बिजली मंत्रालय के अनुसार गर्मी के दौरान देश की बिजली मांग 229 गीगावाट तक पहुंचने का अनुमान था. लेकिन बेमौसम बारिश के कारण इस साल अप्रैल-मई में मांग अनुमानित स्तर तक नहीं पहुंच पाई.
India Power Consumption: लगातार बढ़ती गर्मी के बीच देश में बिजली की खपत भी तेजी से बढ़ रही है. जी हां, पिछले साल की तुलना में इस साल जून में बिजली कंजम्पशन 4.4 प्रतिशत बढ़कर 139.23 अरब यूनिट हो गया. सरकारी आंकड़ों के अनुसार, एक साल पहले की समान अवधि में बिजली खपत 133.26 बिलियन यूनिट (BI) थी. यह जून 2021 में 114.48 बीयू से ज्यादा है. बिजली की एक दिन में अधिकतम मांग को पूरा करने के लिये आपूर्ति जून 2023 में बढ़कर 223.23 गीगावाट रही. आपको बता दें एक गीगावाट 1,000 मेगावाट के बराबर होता है.
जून 2021 में बिजली की मांग 191.24 गीगावाट थी
जून 2022 में किसी एक दिन में अधिकतम आपूर्ति 211.72 गीगावाट थी, जबकि जून 2021 में 191.24 गीगावाट थी. बिजली मंत्रालय के अनुसार गर्मी के दौरान देश की बिजली मांग 229 गीगावाट तक पहुंचने का अनुमान था. लेकिन बेमौसम बारिश के कारण इस साल अप्रैल-मई में मांग अनुमानित स्तर तक नहीं पहुंच पाई. इस साल देश में बारिश के कारण मार्च, अप्रैल और मई में बिजली की खपत पर असर पड़ा.
बेमौसम बारिश से बिजली की खपत पर असर पड़ा
जानकारों का कहना है कि मार्च, अप्रैल और मई में बेमौसम बारिश से देश में बिजली की खपत पर असर पड़ा है. उन्होंने कहा कि इस जून में बिजली खपत की वृद्धि दर उतनी खराब नहीं थी. बारिश के कारण बिजली की मांग कम हुई क्योंकि लोगों ने पिछले साल की तुलना में कम कूलिंग इक्यूपमेंट का उपयोग किया. इसके अलावा, विशेषज्ञों ने उम्मीद जताई कि आर्थिक गतिविधियों में सुधार के साथ-साथ तापमान में वृद्धि के कारण जून से बिजली की खपत और मांग बढ़ेगी.