Indian Railways Facts: भारत में पहली बार कब घूमा था रेलगाड़ी का पहिया, बेहद रोचक है देश के पहले ट्रेन की ये कहानी
India First Train History: भारतीय रेलवे दुनिया का चौथा सबसे बड़ा रेल नेटवर्क है. पूरे देश में ट्रेन की पटरियों का जाल सा फैला हुआ है. देश में हर दिन लाखों की संख्या में यात्री ट्रेन से यात्रा करते हैं. भारतीय रेलवे देश का सबसे बड़ा नौकरी देने वाला संगठन भी है.
India First Train History: भारतीय रेलवे दुनिया का चौथा सबसे बड़ा रेल नेटवर्क है. पूरे देश में ट्रेन की पटरियों का जाल सा फैला हुआ है. देश में हर दिन लाखों की संख्या में यात्री ट्रेन से यात्रा करते हैं. भारतीय रेलवे देश का सबसे बड़ा नौकरी देने वाला संगठन भी है. ट्रेन से यात्रा सबने एक न एक बार जरूर की होगी. कई लोग ऐसे भी होंगे जो रोज ट्रेन से यात्रा करते हैं. लेकिन भारतीय रेलवे की कई ऐसी बातें हैं जिससे ज्यादातर लोग अंजान होंगे. जैसे भारत की पहली ट्रेन कब चली और कहां से कहां तक चली? आइये आपको बताते हैं भारत की पहली ट्रेन के बारे में.
पहले आपको बताते हैं भारत में ट्रेन चलाने का आइडिया कैसे आया. 1832 में अंग्रेजों ने भारत में ट्रेन चलाने की योजना तैयार की. उस वक्त ब्रिटेन में ट्रेन यात्रा की शुरुआत हुई ही थी. अंग्रेजों को पता था कि भारत में रेल सेवा शुरू करने का कितना बड़ा फायदा होगा. इसके बाद कई विचार आए, योजनाएं भी बनीं लेकिन इसे अमली जामा नहीं पहनाया जा सका.
लगभग एक दशक बाद 1844 में भारत में तत्कालीन गवर्नर-जनरल लॉर्ड हार्डिंग ने इस पर गंभीरता से काम किया. हार्डिंग ने निजि उद्यमियों को इस क्षेत्र में लाने का मन बनाया और उन्हें रेल प्रणाली पर काम करने की अनुमति भी दी. भारत में रेल प्रणाली स्थापित करने के लिए 1845 में दो कंपनियों का गठन हुआ. पहली "ईस्ट इंडियन रेलवे कंपनी" और दूसरी "ग्रेट इंडियन पेनिनसुला रेलवे".
अब आपको बताते हैं भारत में पहली ट्रेन कब चली. वो दिन था 16 अप्रैल 1853. भारत की पहली ट्रेन ने छत्रपति शिवाजी टर्मिनल से ठाणे के बीच यात्रा की थी. पहली ट्रेन ने 35 किलोमीटर की दूरी तय की थी. यह ट्रेन दोपहर 3 बजकर 35 मिनट पर चलकर 4 बजकर 45 मिनट पर ठाणे पहुंची थी. 3 इंजनों की मदद से पहली ट्रेन के 20 कोच छत्रपति शिवाजी टर्मिनल से ठाणे पहुंचे थे. भारत की पहली ट्रेन में 400 यात्रियों ने यात्रा की थी.
इस ट्रेन को चलाने के लिए कलकत्ता में स्थापित ग्रेट इंडियन पेनिनसुला रेल कंपनी ने 1850 में मुंबई से ठाणे तक रेलवे ट्रैक बिछाने का काम किया था. ट्रेन के लिए 1856 में भाप का इंजन तैयार किया गया था. इसके बाद ट्रेनों को नैरोगेज से मीटरगेज और फिर ब्रॉडगेज पर लाया गया. देश की पहली सुपरफास्ट ट्रेन की बात करें तो यह 1 मार्च 1969 को चली थी. इसे दिल्ली से हावड़ा के बीच चलाया गया था.
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