Tatkal Waiting Ticket Rules: तत्काल कोटे में कंफर्म सीट न मिल पाए तो क्या वापस मिल जाते हैं पैसे? जान लें रेलवे का ये जरूरी नियम
Tatkal Ticket Rules: अगर आपने तत्काल में टिकट बुक करवाया हो और उसकी श्रेणी वेटिंग आ जाए तो क्या आप ट्रेन में सफर कर सकते हैं. सफर न करने की स्थिति में क्या रेलवे आपको पैसा रिफंड करता है. इस बारे में रेलवे का जरूरी नियम है, जिसे आपको जानना चाहिए.
Can We Get Refund if have Waiting Ticket in Tatkal Quota: आपने ट्रेनों में कई बार सफर किया होगा. भारतीय रेलवे में सीटों की बुकिंग विंडो 4 महीने पहले खुल जाती है यानी कि आप 4 महीने पहले अपने गंतव्य स्थान के लिए टिकट बुक करवा सकते हैं. कई बार ऐसा भी होता है कि हमें अचानक ट्रेन से कहीं जाना पड़ जाता है. ऐसे में हम तत्काल टिकट का सहारा लेते हैं. यह तत्काल जर्नी से एक दिन पहले बनाए जाते हैं और इनकी कीमत भी सामान्य टिकट से थोड़ी ज्यादा होती है.
तत्काल कोटे में वेटिंग टिकट न मिले तो?
तत्काल टिकट बनवाते हुए अमूमन कंफर्म सीट (Tatkal Waiting Ticket Rules) ही मिलती है. अगर सीट कंफर्म नहीं हो तो तत्काल टिकट नहीं बनता है. लेकिन कई बार सिस्टम की गड़बड़ी की वजह से तत्काल कोटे में भी वेटिंग लिस्ट वाली टिकट जारी होती है. रेलवे के नियमानुसार तत्काल कोटे में बनी वेटिंग टिकट के जरिए सफर नहीं किया जा सकता. काफी लोग यह मान बैठते हैं कि अगर तत्काल कोटे में वेटिंग टिकट बन गई तो सीट न मिलने के साथ ही पैसे भी वापस नहीं मिलेंगे लेकिन यह सच नहीं है. आज हम आपको भारतीय रेलवे के तत्काल टिकट से जुड़े इसी नियम के बारे में अवगत करवाने जा रहे हैं, जिसे जानकर आपकी कई भ्रांतियां दूर हो जाएंगीं.
जान लें रेलवे का ये खास नियम
भारतीय रेलवे के नियमानुसार अगर आपके पास तत्काल का वेटिंग टिकट (Tatkal Waiting Ticket Rules) है तो आप ट्रेन में यात्रा नहीं कर सकते. तत्काल कोटे में वेटिंग टिकट बनने पर रेलवे की ओर से उस टिकट को ऑटोमेटिक कैंसिल कर दिया जाता है. इसके बावजूद अगर सिस्टम में गड़बड़ी की वजह से आपके पास तत्काल कोटे में वेटिंग टिकट बन गई है तो आप कानूनी तौर पर उससे यात्रा नहीं कर सकते हैं.
इतना पैसा काट लेता है रेलवे
रेलवे नियमों के मुताबिक अगर आपका तत्काल कोटे में वेटिंग टिकट (Tatkal Waiting Ticket Rules) बन गया है तो रेलवे बुकिंग चार्ज काटकर बाकी पैसे रिफंड कर देता है. वेटिंग टिकट पर यह चार्ज कुल कीमत का आमतौर पर 10 प्रतिशत तक होता है. हालांकि ट्रेन और सीट की क्लास के आधार पर इसकी रकम में कुछ कम-ज्यादा हो सकता है. अगर एसी क्लास की बात करें तो रिफंड करते समय उसके बुकिंग चार्ज के रूप में 100-150 रुपये तक काट लिए जाते हैं.
सीधा खाते में आ जाता है पैसा
स्लीपर क्लास में बुकिंग चार्ज एसी की तुलना में कम होता है. अगर आपने ऑनलाइन टिकट बनवाया है तो यह रिफंड सीधा आपके खाते में आ जाता है और अगर आपने काउंटर से टिकट बनवाया है तो इसके लिए आपको काउंटर पर जाना होता है.