ArcelorMittal: स्टील के कारोबार में कई भारतीयों का नाम भी काफी आगे है. इनमें से एक लक्ष्मी मित्तल भी हैं. हालांकि अब लक्ष्मी मित्तल को एक देश से दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. दरअसल, कजाकिस्तान में एक खदान में आग लगने से 32 लोगों की मौत हो गई. यह खदान आर्सेलरमित्तल के स्वामित्व वाली थी. वहीं आर्सेलरमित्तल के मालिक लक्ष्मी मित्तल है. ताजा घटनाक्रम के मुताबिक कजाकिस्तान में आर्सेलरमित्तल के स्वामित्व वाली खदान में एक और घातक दुर्घटना देखने को मिली है. इसमें आग लगने से 32 लोगों की मौत हो गई. इसके अलावा करीब दर्जन से अधिक लोग अभी भी लापता हैं. यह मध्य एशियाई देश की वर्षों में सबसे खराब आपदा है.


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इतिहास की बताया खराब कंपनी


इसको लेकर राष्ट्रपति कासिम-जोमार्ट टोकायेव ने लक्ष्मी मित्तल की कंपनी आर्सेलरमित्तल को उनके देश के इतिहास की सबसे खराब कंपनी कहा है. राष्ट्रपति टोकायेव ने पहले अपनी सरकार को कंपनी की कजाख ब्रांच का नियंत्रण लेने का आदेश भी दिया था. वहीं आर्सेलरमित्तल ने भी एक बयान में कहा, "आर्सेलरमित्तल पुष्टि कर सकता है कि दोनों पक्षों ने हाल ही में एक लेनदेन के लिए एक प्रारंभिक समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं जो कजाकिस्तान गणराज्य को स्वामित्व हस्तांतरित करेगा."


सुरक्षा और पर्यावरण नियमों का पालन करने में असफल


बता दें कि आर्सेलरमित्तल का कजाकिस्तान में घातक आपदाओं का इतिहास रहा है. इसके साथ ही कंपनी पर सुरक्षा और पर्यावरण नियमों का पालन करने में असफल रहने का आरोप भी लगातार लगता रहा है. वहीं हाल ही में खदान में लगी आग को कजाकिस्तान के सोवियत इतिहास के बाद की सबसे घातक आग में से एक करार दिया गया है.


विस्फोट में मारे गए लोग


हाल ही में हुई घटना से ठीक दो महीने पहले कंपनी के स्वामित्व वाली साइट पर विस्फोट में पांच खनिक भी मारे गए थे. वहीं ताजा घटनाक्रम पर आपातकालीन स्थिति मंत्रालय ने कहा कि कोस्टेंको खदान में शाम चार बजे तक 32 लोगों के शव पाए गए हैं और 14 खनिकों की तलाश जारी है. राष्ट्रपति टोकायेव ने कहा कि यह एक त्रासदी है. साथ ही उन्होंने रविवार को एक दिन के राष्ट्रीय शोक का ऐलान भी किया था. Forbes के मुताबिक लक्ष्मी मित्तल 14.6 बिलियन डॉलर संपत्ति के मालिक है.