Personal Loan: आज के आर्थिक दौर में लोगों को पैसों की जरूरत रहती है. लोगों की लाइफस्टाइल के लिहाज से भी खर्चे बढ़ जाते हैं. वहीं कम इनकम के कारण भी कई बार लोगों को पैसों से जुड़ी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है. ऐसे में जरूरत के वक्त लोग पैसे उधार लेने के लिए बैंक की तरफ भी रुख करते हैं. बैंक के जरिए लोग लोन ले सकते हैं और अपनी जरूरत के हिसाब से जितना चाहें उतने पैसे के लिए आवेदन कर सकते हैं. इसके बाद बैंक आपकी योग्यता चेक करके लोन अमाउंट को अप्रूव या रिजेक्ट करती है. हालांकि जब भी बैंक से लोन लें तो एक अहम बात का ध्यान रखना चाहिए. इससे लोन के रिपेमेंट पर काफी असर पड़ता है. आइए जानते हैं इसके बारे में...


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क्रास चेक करें


बैंक से लोन लेने पर बैंक के जरिए लोन पर ब्याज भी लगाया जाता है. बैंक की ब्याज दर लिए जाने वाले लोन के प्रकार पर निर्भर करती है. हालांकि जब भी लोग लोन के लिए आवेदन करें तो उन्हें एक खास बात पर क्रॉस चेक करना चाहिए. यह है लोन पर लगने वाला ब्याज.


लोन पर लगने वाला ब्याज


दरअसल, आपको पर्सनल लोन, होम लोन, व्हीकल लोन, एजुकेशन लोन या अन्य प्रकार का जो भी लोन लेना है, पहले उसका प्रकार निर्धारित करें. इसके बाद अलग-अलग बैंकों में चेक करें कि उस लोन पर कौनसा बैंक कितना ब्याज लगा रहा है, कितनी प्रोसेसिंग फीस ले रहा है और क्या अन्य भी कोई चार्ज ले रहा है या नहीं.


लोन


ऐसे में जहां कम ब्याज हो, कम प्रोसेसिंग फीस ली जा रही है, उन बैंकों में लोन के लिए आवेदन करना फायदे का सौदा साबित हो सकता है. ऐसे में लोगों को लोन लेते वक्त ध्यान में रखना चाहिए कि कहां से लोन लेने पर उन्हें कम ब्याज देना पड़ेगा और सस्ते में लोन मिल जाएगा.